जागरण संवाददाता,
कैथल : राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ ने मांग की है कि जिन नवचयनित अध्यापकों
को स्टेशन नहीं दिए गए हैं, उन्हें तुरंत स्टेशन अलॉट करके स्कूलों में
भेजा जाए।
जिला में 30 सितम्बर 2016 की छात्र संख्या को आधार मानकर कुल 421 नए पद सृजित किए गए हैं, लेकिन 493 अध्यापकों को शिक्षा निदेशालय की ओर से जिला कैथल दिया गया है। इसके कारण कुल 72 अध्यापक स्कूल जाने से वंचित रह गए हैं, जिससे ये अध्यापक काफी मायूस नजर आ रहे हैं। पिछले लगभग दो महीने से जिला मुख्यालय पर हाजिरी लगा रहे इन अध्यापकों का स्कूल पहुंचने का सपना अभी साकार नहीं हुआ।
प्राथमिक शिक्षक संघ के जिला संरक्षक रोशन लाल पंवार व जिला प्रधान राजेश बैनीवाल ने कहा कि शिक्षा विभाग अध्यापकों के साथ नाइंसाफी कर रहा है।
जिला में बेशक 421 नए पद बनाए गए हों, लेकिन जिले के काफी स्कूल ऐसे हैं, जिसमें छात्रों की संख्या बहुत अधिक है। कई स्कूल ऐसे भी हैं, जिनकी छात्र संख्या 30 सितम्बर 2016 को एमआइएस पर काफी कम दिखाई गई हैं। इसके कारण बहुत से स्कूलों में पद सृजित नहीं हो पाए हैं। उन्होंने मांग की कि जिन स्कूलों में वर्तमान शैक्षणिक सत्र में छात्र संख्या में इजाफा हुआ है, उनमें वर्तमान छात्र संख्या के आधार पर अध्यापकों को भेजा जाए तथा जिन स्कूलों की एमआइएस पर कम छात्र संख्या दिखाई गई है, उसे ठीक करके ज्यादा संख्या के आधार पर अध्यापकों की नियुक्ति की जाए।
बॉक्स
इन स्कूलों में बढ़े बच्चे
पंवार ने कहा कि खंड राजौंद के गांव फरीयाबाद में इस सत्र से पहले केवल 49 विद्यार्थी थे, लेकिन पूरे गांव के सहयोग से आज 120 से ज्यादा छात्र शिक्षा ग्रहण करने आ रहे हैं। इसी प्रकार सलेमपुर मदूद में 45 से 53, कोटड़ा में 207 से 238, बिरथे बाहरी में 153 से 174, सेगा प्लाट में 74 से 81, रमाना रमानी में 68 से 78, गुहना में 302 से 328, कमालपुर में 241 से 267 छात्र संख्या है। अन्य स्कूलों में भी छात्र संख्या बढ़ी है, जिसके कारण इन स्कूलों में ओर ज्यादा अध्यापकों के पद बनते हैं।
By
Jagran
जिला में 30 सितम्बर 2016 की छात्र संख्या को आधार मानकर कुल 421 नए पद सृजित किए गए हैं, लेकिन 493 अध्यापकों को शिक्षा निदेशालय की ओर से जिला कैथल दिया गया है। इसके कारण कुल 72 अध्यापक स्कूल जाने से वंचित रह गए हैं, जिससे ये अध्यापक काफी मायूस नजर आ रहे हैं। पिछले लगभग दो महीने से जिला मुख्यालय पर हाजिरी लगा रहे इन अध्यापकों का स्कूल पहुंचने का सपना अभी साकार नहीं हुआ।
प्राथमिक शिक्षक संघ के जिला संरक्षक रोशन लाल पंवार व जिला प्रधान राजेश बैनीवाल ने कहा कि शिक्षा विभाग अध्यापकों के साथ नाइंसाफी कर रहा है।
जिला में बेशक 421 नए पद बनाए गए हों, लेकिन जिले के काफी स्कूल ऐसे हैं, जिसमें छात्रों की संख्या बहुत अधिक है। कई स्कूल ऐसे भी हैं, जिनकी छात्र संख्या 30 सितम्बर 2016 को एमआइएस पर काफी कम दिखाई गई हैं। इसके कारण बहुत से स्कूलों में पद सृजित नहीं हो पाए हैं। उन्होंने मांग की कि जिन स्कूलों में वर्तमान शैक्षणिक सत्र में छात्र संख्या में इजाफा हुआ है, उनमें वर्तमान छात्र संख्या के आधार पर अध्यापकों को भेजा जाए तथा जिन स्कूलों की एमआइएस पर कम छात्र संख्या दिखाई गई है, उसे ठीक करके ज्यादा संख्या के आधार पर अध्यापकों की नियुक्ति की जाए।
बॉक्स
इन स्कूलों में बढ़े बच्चे
पंवार ने कहा कि खंड राजौंद के गांव फरीयाबाद में इस सत्र से पहले केवल 49 विद्यार्थी थे, लेकिन पूरे गांव के सहयोग से आज 120 से ज्यादा छात्र शिक्षा ग्रहण करने आ रहे हैं। इसी प्रकार सलेमपुर मदूद में 45 से 53, कोटड़ा में 207 से 238, बिरथे बाहरी में 153 से 174, सेगा प्लाट में 74 से 81, रमाना रमानी में 68 से 78, गुहना में 302 से 328, कमालपुर में 241 से 267 छात्र संख्या है। अन्य स्कूलों में भी छात्र संख्या बढ़ी है, जिसके कारण इन स्कूलों में ओर ज्यादा अध्यापकों के पद बनते हैं।