जागरण संवाददाता, रेवाड़ी: प्राथमिक शिक्षकों का जनसेवा सर्वे (आर्थिक
गणना) में ड्यूटी लगाए जाने का विरोध तेज हो गया। बुधवार को सैकड़ों की
संख्या में प्राथमिक शिक्षकों ने सचिवालय परिसर में एकत्रित होकर अपना रोष
प्रकट किया।
इन शिक्षकों ने बुधवार को आरंभ हुए प्रशिक्षण कार्यक्रम का भी बहिष्कार किया। इस मामले को लेकर राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ के तत्वावधान में शिक्षकों ने उपमंडल अधिकारी कुशल कटारिया को ज्ञापन सौंपकर मौलिक शिक्षा निदेशालय के आदेश के विपरीत उनकी ड्यूटी लगाने का आरोप लगाया।
जिला प्रधान चंद्रहास और पूर्व खंड प्रधान कृष्ण शर्मा ने संयुक्त रूप से बताया कि जनसेवा सर्वे में जेबीटी अध्यापकों की ड्यूटी लगाने से विद्यालयों में शिक्षण कार्य प्रभावित होगा, क्योंकि अधिकांश प्राथमिक विद्यालयों में 2 या तीन अध्यापक हैं। ऐसी स्थिति में प्राथमिक अध्यापकों की ड्यूटी गैर शैक्षणिक कार्यों में लगाना बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करना है। उन्होंने कहा कि निदेशक माध्यमिक शिक्षा हरियाणा के अनुसार विद्यालय में 10 अध्यापक हैं उन्हीं स्कूलों से जनसेवा सर्वे कार्य के लिए अध्यापकों की ड्यूटी लगाई जा सकती है। मुख्यमंत्री मनोहरलाल ने भी बच्चों के भविष्य एवं शिक्षा पर प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़े इसलिए सर्वे में 10 अध्यापकों से कम वाले स्कूलों के स्टाफ से ड्यूटियां न लगाने के निर्देश दिए इसके बावजूद अधिकांश स्कूलों के शिक्षकों की ड्यूटियां लगाई गई है।
जिला महासचिव संदीप यादव, खंड खोल प्रधान अशोक यादव, प्रवीण कुमार नाहड़, बबरुभान रेवाड़ी, राजेंद्र रावत बावल, कपूर ¨सह जाटूसाना, सुरेंद्र ¨सह, रवि यादव, कृष्ण शर्मा, अनिल कुमार, वीरेंद्र ¨सह, लखबीर, देवेंद्र, राकेश, राजकुमार, सुनील कुमार, संजय कुमार, महावीर, राजबीर सहित अन्य अध्यापक शामिल थे।
इन शिक्षकों ने बुधवार को आरंभ हुए प्रशिक्षण कार्यक्रम का भी बहिष्कार किया। इस मामले को लेकर राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ के तत्वावधान में शिक्षकों ने उपमंडल अधिकारी कुशल कटारिया को ज्ञापन सौंपकर मौलिक शिक्षा निदेशालय के आदेश के विपरीत उनकी ड्यूटी लगाने का आरोप लगाया।
जिला प्रधान चंद्रहास और पूर्व खंड प्रधान कृष्ण शर्मा ने संयुक्त रूप से बताया कि जनसेवा सर्वे में जेबीटी अध्यापकों की ड्यूटी लगाने से विद्यालयों में शिक्षण कार्य प्रभावित होगा, क्योंकि अधिकांश प्राथमिक विद्यालयों में 2 या तीन अध्यापक हैं। ऐसी स्थिति में प्राथमिक अध्यापकों की ड्यूटी गैर शैक्षणिक कार्यों में लगाना बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करना है। उन्होंने कहा कि निदेशक माध्यमिक शिक्षा हरियाणा के अनुसार विद्यालय में 10 अध्यापक हैं उन्हीं स्कूलों से जनसेवा सर्वे कार्य के लिए अध्यापकों की ड्यूटी लगाई जा सकती है। मुख्यमंत्री मनोहरलाल ने भी बच्चों के भविष्य एवं शिक्षा पर प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़े इसलिए सर्वे में 10 अध्यापकों से कम वाले स्कूलों के स्टाफ से ड्यूटियां न लगाने के निर्देश दिए इसके बावजूद अधिकांश स्कूलों के शिक्षकों की ड्यूटियां लगाई गई है।
जिला महासचिव संदीप यादव, खंड खोल प्रधान अशोक यादव, प्रवीण कुमार नाहड़, बबरुभान रेवाड़ी, राजेंद्र रावत बावल, कपूर ¨सह जाटूसाना, सुरेंद्र ¨सह, रवि यादव, कृष्ण शर्मा, अनिल कुमार, वीरेंद्र ¨सह, लखबीर, देवेंद्र, राकेश, राजकुमार, सुनील कुमार, संजय कुमार, महावीर, राजबीर सहित अन्य अध्यापक शामिल थे।