Facebook

Govt Jobs India - Alerts

रोहतक में मांगी ट्रांसफर, भेज दिए 200 किमी दूर

पहलीबार एक साथ 10 हजार पीजीटी (पोस्ट ग्रेजुएट टीचर) के ऑनलाइन ट्रांसफर करके अपनी पीठ ठोक रहे शिक्षा विभाग के सिस्टम पर सवाल खड़े होने शुरू हो गए हैं। शिक्षकों को मनपसंद स्टेशन देने का वादा कर उनसे 25-30 ऑप्शन भरवाए गए, लेकिन उन्हें 200 किलोमीटर दूर तक भेज दिया गया।
इससे आहत नवनियुक्त लेक्चरर ने रविवार को देवीलाल पार्क में बैठक कर ट्रांसफर पॉलिसी की निंदा करते हुए सरकार हसला पर मिलीभगत का आरोप लगाया। शिक्षकों ने एमआईएस पोर्टल के जरिए किए गए तबादलों के प्रति असंतुष्टि प्रकट की है। इधर, हसला ने भी इस मामले को लेकर सोमवार को बैठक करने की बात कही है। बैठक में तबादला नीति को लेकर कोई बड़ा फैसला होने की उम्मीद है।

दंपतियों,महिलाओं और विकलांगों काे भी नहीं बख्शा

देवीलालपार्क में इकट्ठा हुए लेक्चरर्स का कहना है कि वर्ष 2008, 12 13 में नियुक्त हुए लेक्चरर के तबादले सरकार और हसला की मिलीभगत से किए गए हैं। विभाग में आठ साल पहले नियुक्ति पाने वालों में 80 प्रतिशत महिलाएं हैं। इन्हें तबादले के बहाने अपने जिले से बाहर कर दिया गया है। हसला के पूर्व जिला उपप्रधान सुनील नेहरा ने कहा कि सरकार ने लेक्चरर पीजीटी टीचरों के साथ अन्याय किया है। जिन स्टेशनों को शिक्षकों ने भरा ही नहीं, वहां तबादला कर दिया गया।

सरकार ने दंपतियों विकलांगों को भी नहीं बख्शा। 200 किलोमीटर दूर तबादला कर दिया गया। ऐसी स्थिति में शिक्षक खासकर महिलाएं अपने बच्चों को छोड़कर कैसे पढ़ाएंगी। सरकार अपने रवैये को बदले, नहीं तो शिक्षक सरकार के खिलाफ जाएंगे। हुडा सिटी पार्क में एकत्र हुए शिक्षकों ने तबादलों पर असंतोष जताया। कहा कि 50 वर्ष से कम उम्र के शिक्षकों को कन्या विद्यालयों में स्थानांतरित किया गया है। यह नीति के अनुसार गलत है।

आर्थिक मार पड़ेगी, इसकी भरपाई

कौन करेगा

^मेरीपोस्टिंग अंबाला के एक स्कूल में कर दी गई है, जबकि मैंने जिले के स्कूलों के लिए च्वाइस भरी थी। मेरे ऊपर इतनी दूर जाने से आर्थिक मार पड़ेगी। इसकी भरपाई कौन करेगा। बच्चों की पढ़ाई-लिखाई अन्य व्यवस्थाएं प्रभावित हो जाएंगी। -अरुणकुमार

हार्ट पेशेंट पिता को कैसे छोड़कर जाऊं

^पिताजीकी हाल ही में हार्ट की सर्जरी हुई है। अचानक जिले से करीब 200 किमी दूर अंबाला में पोस्टिंग कर दी गई है। अभी तक मैं घर स्कूल दोनों की जिम्मेदारियां संभाल लेता था, लेकिन अब ऐसे में इतनी दूर जाकर ज्वाइन करूंगा तो परिवार की जिम्मेदारी कौन संभालेगा। -मुुकेश

ये शिक्षक भी हुए प्रभावित

^कैथलमें पदस्थ रोहतक निवासी शिक्षक डॉ. सुभाष चंद्र का यमुनानगर, धरमवीर का यमुनानगर, राकेश का सिरसा, प्रवीण का यमुनानगर, कुसुमलता का पानीपत, आजाद सिंह का सिरसा, अनिल का यमुनानगर लोकेश का यमुनानगर के पास एक सरकारी स्कूल में तबादला किया गया है, जबकि कैथल में पदस्थ एक शिक्षक हंसराज के स्टेशन के नाम का आवंटन ही नहीं किया गया है।

दोबारा शुरू हो प्रक्रिया

^मैंजिले के एक शासकीय हायर सेकेंडरी स्कूल में पदस्थ हूं। मेरा ट्रांसफर 200 किमी दूर अंबाला के एक गांव में कर दिया गया है। इतनी दूर ट्रांसफर किए जाने से पूरा परिवार डिस्टर्ब होगा। स्थानांतरण प्रक्रिया को दोबारा शुरू कराया जाए। -मनोजकुमार

वृृद्ध मां बीमार रहती है, देखभाल करने वाला कोई नहीं रहेगा

^मेरीवृद्ध मां बीमार रहती हैं। परिवार में इकलौता सदस्य होने के नाते मुझे ही उनकी देखभाल करनी होती है। मैंने जिले के लिए ही च्वाइस भरी थी, लेकिन मेरी पोस्टिंग कैथल से 28 किमी दूर गांव में कर दी गई। ऐसे में पूरे परिवार को परेशानी झेलनी पड़ेगी। -रामकरन

झूठा अाश्वासन देकर भ्रमित किया है

^शिक्षाविभाग ने जिले में स्कूल स्थान होने की स्थिति में समीप के जिले में स्टेशन दिए जाने का आश्वासन दिया था, लेकिन आज जब आदेश जारी हुए तो उसमें आश्वासनों को पूरी तरह दरकिनार कर मेरा ट्रांसफर 230 किमी दूर कर दिया गया है। अब मैं पांच घंटे सफर करूंगा तो स्कूल में कब पढ़ाऊंगा। -अशोक

इकलौते बेटे को भेजा अंबाला

कानून की पढ़ाई भी छूटेगी

^हमबुजुर्गों का ख्याल रखने वाला एक ही बेटा है। अरुण कुमार को सरकार ने रोहतक से अंबाला भेज दिया, जबकि वह विभाग से अनुमति लेकर कानून की पढ़ाई कर रहा है। ऐसे में वह 20 किलोमीटर के दायरे से बाहर नहीं जा सकता। उसके तबादले से पूरा परिवार परेशान है। -कुसुमलता,झज्जर चुंगी।

ट्रांसफर पॉलिसी में कई खामियां

^सरकारकी नई तबादला नीति में कई खामियां हैं। इसमें कपल केस, विकलांग को भी दूर स्टेशन मिले हैं। सीनियर को उम्र के नंबर नहीं मिले, महिलाओं को दस अंक अतिरिक्त दिए गए हैं। सिस्टम की इन खामियों को लेकर सोमवार को हसला के प्रांतीय अध्यक्ष से बात की जाएगी। -राजेश, जिला महासचिव, हसला।

सात ऑप्शन में रोहतक भरा, तबादला लुहारु हुआ, अब बच्चों को कैसे संभालूंगा

^एमआईएसपोर्टल पर तबादले के लिए दिए गए सात ऑप्शन में रोहतक के स्टेशन भरे थे। अब तबादला सूची जारी हुई तो पता लगा कि लुहारू भेज दिया। सर्विस रूल है कपल केस का तबादला दस किलोमीटर के दायरे में ही होगा। इसके बावजूद घर से दूर भेज दिया गया है। स्टेशन छोड़ नहीं सकता। प|ी नौकरी में है। बच्चों से मिलना भी मुश्किल हो जाएगा।-अशोक श्योराण,सेक्टर 14, रोहतक।
Sponsored link : सरकारी नौकरी - Army /Bank /CPSU /Defence /Faculty /Non-teaching /Police /PSC /Special recruitment drive /SSC /Stenographer /Teaching Jobs /Trainee / UPSC

Recent in Fashion

Random Posts

'; (function() { var dsq = document.createElement('script'); dsq.type = 'text/javascript'; dsq.async = true; dsq.src = '//' + disqus_shortname + '.disqus.com/embed.js'; (document.getElementsByTagName('head')[0] || document.getElementsByTagName('body')[0]).appendChild(dsq); })();