चंडीगढ़ (बंसल): हरियाणा
के नव चयनित 12731 जे.बी.टी. शिक्षकों की नौकरी पर संकट के बादल मंडरा गए
हैं। प्रदेशभर में निकाली गई पदयात्रा और करनाल रैली के बाद अब जे.बी.टी.
शिक्षकों द्वारा भाजपा अध्यक्ष अमित शाह को जींद रैली में काले झंडे दिखाने
से ऐसे हालात बने हैं। प्रदेश के हजारों जे.बी.टी. शिक्षक नियुक्ति पत्र
की इंतजार में हैं।
पिछली हुड्डा सरकार के समय इन जे.बी.टी. शिक्षकों का चयन हुआ था, लेकिन फर्जीवाड़े के आरोपों के चलते अभी तक 2 साल बाद भी उनकी ज्वाइनिंग नहीं हो पाई है। जे.बी.टी. शिक्षकों के दो गुट बने हुए हैं। एक गुट राजेंद्र शर्मा के नेतृत्व में पात्र अध्यापक संघ के बैनर तले शांतिपूर्ण ढंग से अपनी गतिविधियां चला रहा है। दूसरा गुट है, जो राज्य में पैदल मार्च निकालने से लेकर सी.एम. सिटी करनाल में रैली का आयोजन तक कर चुका है।
चर्चाएं हैं कि भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की जींद रैली में नव चयनित जे.बी.टी. शिक्षकों के एक गुट ने काले झंडे दिखाकर अपनी ज्वाइनिंग की मुहिम को हलका कर लिया है। इसका असर उन शिक्षकों की मुहिम पर भी पडऩा स्वाभाविक है, जो पिछले कई दिनों से पंचकूला शिक्षा निदेशालय के बाहर आमरण अनशन पर बैठे हुए हैं। कल की घटना के बाद से ऐसी चर्चाएं चल रही है कि मुख्यमंत्री कार्यालय के अफसर और कई मंत्री अब नहीं चाह रहे कि शाह को काले झंडे दिखाने वाले जे.बी.टी. की सिंगल बैंच के बाद अब डबल बैंच में दमदार पैरवी की जाए।
काले झंडे दिखाने की प्रक्रिया को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता: यादव
हरियाणा हाऊसिंग बोर्ड के चेयरमैन जवाहर यादव ने कहा कि जे.बी.टी. शिक्षकों की भर्ती पिछली हुड्डा सरकार के कार्यकाल की है। हमारी सरकार इन जे.बी.टी. को ज्वाइनिंग करवाने की दिशा में बड़ी तेजी के साथ आगे बढ़ रही है। हाईकोर्ट की सिंगल बैंच में एडवोकेट जनरल ऑफिसर ने दमदार पैरवी की। अब डबल बैंच में मजबूत पैरवी चल रही है, लेकिन पार्टी अध्यक्ष के आयोजन में काले झंडे दिखाने की प्रक्रिया को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।
यह पूरी तरह से गलत है। मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री इन जे.बी.टी. की ज्वाइनिंग को लेकर गंभीर हैं मगर जे.बी.टी. को अपने आचरण में सुधार की बेहद जरूरत है।
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पिछली हुड्डा सरकार के समय इन जे.बी.टी. शिक्षकों का चयन हुआ था, लेकिन फर्जीवाड़े के आरोपों के चलते अभी तक 2 साल बाद भी उनकी ज्वाइनिंग नहीं हो पाई है। जे.बी.टी. शिक्षकों के दो गुट बने हुए हैं। एक गुट राजेंद्र शर्मा के नेतृत्व में पात्र अध्यापक संघ के बैनर तले शांतिपूर्ण ढंग से अपनी गतिविधियां चला रहा है। दूसरा गुट है, जो राज्य में पैदल मार्च निकालने से लेकर सी.एम. सिटी करनाल में रैली का आयोजन तक कर चुका है।
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काले झंडे दिखाने की प्रक्रिया को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता: यादव
हरियाणा हाऊसिंग बोर्ड के चेयरमैन जवाहर यादव ने कहा कि जे.बी.टी. शिक्षकों की भर्ती पिछली हुड्डा सरकार के कार्यकाल की है। हमारी सरकार इन जे.बी.टी. को ज्वाइनिंग करवाने की दिशा में बड़ी तेजी के साथ आगे बढ़ रही है। हाईकोर्ट की सिंगल बैंच में एडवोकेट जनरल ऑफिसर ने दमदार पैरवी की। अब डबल बैंच में मजबूत पैरवी चल रही है, लेकिन पार्टी अध्यक्ष के आयोजन में काले झंडे दिखाने की प्रक्रिया को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।
यह पूरी तरह से गलत है। मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री इन जे.बी.टी. की ज्वाइनिंग को लेकर गंभीर हैं मगर जे.बी.टी. को अपने आचरण में सुधार की बेहद जरूरत है।
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