लोमेरिट के मामले में पिछड़े सोनीपत के करीब 130 जेबीटी को बड़ी राहत मिली
है। शिक्षा विभाग ने तय किया है कि ऐसे शिक्षकों को एडहॉक के तौर पर जिले
के प्राइमरी स्कूलों में अगले सप्ताह तक नियुक्ति की जाएगी।
इस मामले में कई जेबीटी शुक्रवार को जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय में पहुंचे और नियुक्ति को लेकर गुहार लगाई। जिस पर जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी दयानंद आंतिल ने अगले सप्ताह से नियुक्ति दिलाने का आश्वासन दिया। विदित हो कि कि 2011 के एचटेट क्वालीफाई कुल 9455 भावी शिक्षकों की मई-2017 में प्राइमरी टीचर के तौर पर भर्ती की गई थी। सरकार ने कुछ समय बाद ही 2013 के एचटेट क्वालीफाई भावी शिक्षकों को भी 2011 वालों के साथ संयुक्त रूप से मिलाकर मेरिट को आधार बना दिया। इसके कारण 9455 में से प्रदेशभर के 1259 अध्यापकों को ज्वाइनिंग के केवल 42 दिन बाद ही अयोग्य घोषित करते हुए नौकरी से निकाल दिया। इसके बाद सभी 1259 अध्यापक इस मामले को हाईकोर्ट ले गए और स्टे ले लिया। इसके बाद ही कोर्ट ने सभी जेबीटी टीचरों को फिलहाल एडहॉक के तौर पर भर्ती करने का आदेश दिया।
हाईकोर्ट के आदेश के तहत हटाए गए 1259 अध्यापकों को जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी द्वारा शुक्रवार से ही एडहॉक यानी अनुबंध के तौर पर ज्वाइनिंग कराई जानी थी। इनमें से करीब 130 अध्यापक सोनीपत जिले के थे, जिन्होंने ज्वाइनिंग की आस में पूरा दिन अधिकारी के दफ्तर में ही बिताया।
इस मामले में कई जेबीटी शुक्रवार को जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय में पहुंचे और नियुक्ति को लेकर गुहार लगाई। जिस पर जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी दयानंद आंतिल ने अगले सप्ताह से नियुक्ति दिलाने का आश्वासन दिया। विदित हो कि कि 2011 के एचटेट क्वालीफाई कुल 9455 भावी शिक्षकों की मई-2017 में प्राइमरी टीचर के तौर पर भर्ती की गई थी। सरकार ने कुछ समय बाद ही 2013 के एचटेट क्वालीफाई भावी शिक्षकों को भी 2011 वालों के साथ संयुक्त रूप से मिलाकर मेरिट को आधार बना दिया। इसके कारण 9455 में से प्रदेशभर के 1259 अध्यापकों को ज्वाइनिंग के केवल 42 दिन बाद ही अयोग्य घोषित करते हुए नौकरी से निकाल दिया। इसके बाद सभी 1259 अध्यापक इस मामले को हाईकोर्ट ले गए और स्टे ले लिया। इसके बाद ही कोर्ट ने सभी जेबीटी टीचरों को फिलहाल एडहॉक के तौर पर भर्ती करने का आदेश दिया।
हाईकोर्ट के आदेश के तहत हटाए गए 1259 अध्यापकों को जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी द्वारा शुक्रवार से ही एडहॉक यानी अनुबंध के तौर पर ज्वाइनिंग कराई जानी थी। इनमें से करीब 130 अध्यापक सोनीपत जिले के थे, जिन्होंने ज्वाइनिंग की आस में पूरा दिन अधिकारी के दफ्तर में ही बिताया।
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