यदि आप रोजगार की तलाश में हैं तो सावधान भी रहें। कहीं कोई आपको सर्व
शिक्षा अभियान में शिक्षक बनाने के नाम पर ठग न ले। शिक्षा विभाग में नौकरी
दिलाने के नाम पर ठगी करने वाला गिरोह एक बार फिर से सक्रिय हो गया है।
सर्व शिक्षा अभियान (एसएसए) में शिक्षकों की भर्ती के नाम पर आवेदन मांगे
जा रहे हैं।
ऐसे ही कुछ मामलों में लोगों के फोन आने पर एसएसए अफसरों के कान खड़े
हुए। इस मामले में सभी मुख्य शिक्षा अधिकारियों और जिला परियोजना
अधिकारियों को अलर्ट किया जा रहा है। अपर राज्य परियोजना निदेशक डॉ. मुकुल
कुमार सती के अनुसार अधिकारियों को फर्जीवाड़ा करने वालों के खिलाफ मुकदमा
करने को कहा गया है।
कुछ दिनों से एसएसए मुख्यालय के अफसरों को नई भर्तियों की जानकारी लेने
के लिए लोगों के फोन आ रहे हैं। सबका एक ही सवाल है कि क्या क्या अभियान
में शिक्षकों की भर्ती की जा रही है? पूछताछ करने वालों की संख्या लगातार
बढ़ते जाने पर जब प्रशासनिक अधिकारी बीपी मैंदोली ने पड़ताल की तो पता चला कि
एसएसए में भर्ती के अखबारों में विज्ञापन प्रकाशित कराए गए हैं। उसमें
दर्ज वेबसाइट एसएसए पर आधारित-www.sarvshiksha.org.in बनाई है। इस पर टोल
फ्री नंबर 18001803310 भी दर्ज है। लेकिन फोन करने पर नंबर इंनवेलिड बताया
जा रहा है।
मैंदोली ने अधिकारियों को जानकारी दी तो विभाग हरकत में आ गया। अपर
राज्य परियोजना निदेशक-एसएसए एवं रमसा डॉ. मुकुल कुमार सती ने बताया कि
सर्व शिक्षा अभियान में किसी भी प्रकार की नियुक्तियां नहीं की जा रही हैं।
यह सरासर फर्जीवाड़ा है। सीईओ और डीपीओ को कार्रवाई के निर्देश दे दिए गए
हैं। पुलिस से भी शिकायत की जा रही है।
पिछले साल भी मांगे गए थे आवेदन
देहरादून। सर्व शिक्षा अभियान में नौकरी के नाम पर पिछले साल भी इसी
प्रकार आवेदन मांगे जा रहे थे, पर आपके प्रिय अखबार 'हिन्दुस्तान' 16 मई
2017 के अंक में इस पर प्रमुखता से रिपोर्ट प्रकाशित कर अलर्ट कर दिया था।
आठ महीने बाद एक बार फिर वही खेल शुरू हो गया है।
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