पंचकूला, (आशीष): टी.जी.टी. शिक्षकों की ट्रांसफर के
लिए वैबपोर्टल न खुलने से हजारों शिक्षक को चिंता सता रही है कि क्या
उन्हें मनपसंद और घर के नजदीक का स्टेशन मिल सकेगा या नहीं।
शानिवार को हजारों टी.जी.टी. शिक्षक वैब पोर्टल न खुलने के कारण सैक्टर-5 स्थित शिक्षा सदन पहुंचे लेकिन वहां भी उन्हें निराशा हाथ लगी। वहां उनकी समस्या सुनने वाला कोई भी नहीं था।
परेशान टीचरों ने इसके बाद कालका विधायका लालिता शर्मा को ज्ञापन सौंपा। शिक्षकों का आरोप था कि शिक्षा विभाग ने ट्रांसफर के लिए जो पोर्टल खोला है उस पर शुक्रवार 3 बजे से लेकर 30 जुलाई रात 12 बजे तक आवदेन किया जा सकता है लेकिन जिनकी नियुक्ति 11 मई 2017 को हुई थी, उन्हें नौकरी मिलने के दौरान कहा गया था कि जल्द उन्हें घर के नजदीक और मनपंसद स्टेशन दिया जाएगा। दो हजार के करीब टी.जी.टी. शिक्षक आवदेन करने से वंचित रह गए हैं। शिक्षा विभाग ने कहा था कि जल्द ही डैपुटेशन स्टेशन से ट्रांसफर स्थायी और मनपंसद तथा घर के नजदीक स्टेशन शिक्षकों की सुविधा के अनुसार प्रदान किया जाएगा।
टी.जी.टी. शिक्षक सुषमा ने बताया कि वह शारीरिक रूप से कमजोर है लेकिन विभाग की ओर से उसका ट्रांसफर घर से दूर किया गया। उसने बताया कि उसकी एक चार साल की बच्ची भी है। शिक्षा विभाग के वैब पोर्टल में तकनीकी खराबी के चलते शिक्षकों को आवदेन करने में दिक्कत का सामना करना पड़ा रहा है। शिक्षकों की मांग है कि विभाग वैब पोर्टल की तकनीकी खराबी को जल्द ठीक करके आवदेन करने का समय बढ़ाए। ए.सी.एस. पी.के. दास द्वारा भरोसा दिलवाया गया है कि टी.जी.टी. अध्यापकों को इस बार ट्रांसफर का मौका अवश्य दिया जाएगा।
शानिवार को हजारों टी.जी.टी. शिक्षक वैब पोर्टल न खुलने के कारण सैक्टर-5 स्थित शिक्षा सदन पहुंचे लेकिन वहां भी उन्हें निराशा हाथ लगी। वहां उनकी समस्या सुनने वाला कोई भी नहीं था।
परेशान टीचरों ने इसके बाद कालका विधायका लालिता शर्मा को ज्ञापन सौंपा। शिक्षकों का आरोप था कि शिक्षा विभाग ने ट्रांसफर के लिए जो पोर्टल खोला है उस पर शुक्रवार 3 बजे से लेकर 30 जुलाई रात 12 बजे तक आवदेन किया जा सकता है लेकिन जिनकी नियुक्ति 11 मई 2017 को हुई थी, उन्हें नौकरी मिलने के दौरान कहा गया था कि जल्द उन्हें घर के नजदीक और मनपंसद स्टेशन दिया जाएगा। दो हजार के करीब टी.जी.टी. शिक्षक आवदेन करने से वंचित रह गए हैं। शिक्षा विभाग ने कहा था कि जल्द ही डैपुटेशन स्टेशन से ट्रांसफर स्थायी और मनपंसद तथा घर के नजदीक स्टेशन शिक्षकों की सुविधा के अनुसार प्रदान किया जाएगा।
टी.जी.टी. शिक्षक सुषमा ने बताया कि वह शारीरिक रूप से कमजोर है लेकिन विभाग की ओर से उसका ट्रांसफर घर से दूर किया गया। उसने बताया कि उसकी एक चार साल की बच्ची भी है। शिक्षा विभाग के वैब पोर्टल में तकनीकी खराबी के चलते शिक्षकों को आवदेन करने में दिक्कत का सामना करना पड़ा रहा है। शिक्षकों की मांग है कि विभाग वैब पोर्टल की तकनीकी खराबी को जल्द ठीक करके आवदेन करने का समय बढ़ाए। ए.सी.एस. पी.के. दास द्वारा भरोसा दिलवाया गया है कि टी.जी.टी. अध्यापकों को इस बार ट्रांसफर का मौका अवश्य दिया जाएगा।