कादियां. धुंध के चलते पिछले दिनों अलग-अलग हादसों को देखते हुए पंजाब सरकार ने पंजाब के सभी स्कूलों में तीन दिन के अवकाश की घोषणा की थी।
कई स्कूलों ने तो आदेश की पालना करते हुए स्कूल बंद रखे, लेकिन कई स्कूलों ने इस आदेश की जमकर धज्जियां उड़ाते हुए स्कूल खुले रखे। कई प्रबंधकों ने तो यहां तक कह दिया कि सरकार तो कुछ भी कहती है, हमें बच्चों का भविष्य भी देखना पड़ता है।
शिक्षा विभाग की ओर से आदेश जारी किए गए थे कि धुंध के मद्देनजर 9 से 11 नवंबर तक सभी स्कूल बंद रखे जाएं। इस बावजूद कादियां के सेंट जोसेफ और सेंट जॉर्ज स्कूल खुले रहे। यहां बच्चों की रुटीन में ही पढ़ाई करवाई गई। जब इस संबंध में सेंट जोसेफ स्कूल के प्रिंसिपल बलकार मसीह से बात की गई तो उन्होंने कहा कि स्कूल का समय बदल दिया गया है। लेकिन स्कूल बंद रखने के सवाल पर उन्होंने कहा कि सरकार की कोई बात नहीं, सरकार तो कहती रहती है पर हमें बच्चों का भविष्य भी देखना पड़ता है। इस संबंध में जब ब्लॉक इंचार्ज प्रिंसिपल कुलवंत सिंह सरां से बात की गई तो उन्होंने कहा कि अगर कोई बड़ा हादसा हो जाता है तो उसकी पूरी जिम्मेदारी उस स्कूल प्रशासन की होगी जो विभाग के निर्देशों की धज्जियां उड़ा रहे हैं। उन्होंने कहा कि वह इस मामले की रिर्पोट बना कर अभी जिला शिक्षा अधिकारी के माध्यम से उच्चाधिकारियों को भेजेंगे।
कई स्कूलों ने तो आदेश की पालना करते हुए स्कूल बंद रखे, लेकिन कई स्कूलों ने इस आदेश की जमकर धज्जियां उड़ाते हुए स्कूल खुले रखे। कई प्रबंधकों ने तो यहां तक कह दिया कि सरकार तो कुछ भी कहती है, हमें बच्चों का भविष्य भी देखना पड़ता है।
शिक्षा विभाग की ओर से आदेश जारी किए गए थे कि धुंध के मद्देनजर 9 से 11 नवंबर तक सभी स्कूल बंद रखे जाएं। इस बावजूद कादियां के सेंट जोसेफ और सेंट जॉर्ज स्कूल खुले रहे। यहां बच्चों की रुटीन में ही पढ़ाई करवाई गई। जब इस संबंध में सेंट जोसेफ स्कूल के प्रिंसिपल बलकार मसीह से बात की गई तो उन्होंने कहा कि स्कूल का समय बदल दिया गया है। लेकिन स्कूल बंद रखने के सवाल पर उन्होंने कहा कि सरकार की कोई बात नहीं, सरकार तो कहती रहती है पर हमें बच्चों का भविष्य भी देखना पड़ता है। इस संबंध में जब ब्लॉक इंचार्ज प्रिंसिपल कुलवंत सिंह सरां से बात की गई तो उन्होंने कहा कि अगर कोई बड़ा हादसा हो जाता है तो उसकी पूरी जिम्मेदारी उस स्कूल प्रशासन की होगी जो विभाग के निर्देशों की धज्जियां उड़ा रहे हैं। उन्होंने कहा कि वह इस मामले की रिर्पोट बना कर अभी जिला शिक्षा अधिकारी के माध्यम से उच्चाधिकारियों को भेजेंगे।