हरियाणाप्राइमरी टीचर एसोसिएशन ने हिसार के जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी के
माध्यम से स्कूल शिक्षा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव को ज्ञापन सौंपते हुए
जेबीटी तबादलों को लेकर सुगम पोर्टल के दूसरे चरण में समाधान की मांग की
है।
प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व एसोसिएशन के जिला प्रधान रणधीर बूरा ने किया। जिला प्रेस प्रवक्ता विनोद रोहिल्ला ने बताया कि शिक्षा विभाग की ओर से गत वर्ष सितंबर माह में तबादला नीति को दरकिनार करते हुए मैन्युअली आधार पर हजारों जेबीटी शिक्षकों का तबादला कर दिया था।
जिसके बाद विभाग ने सुगम पोर्टल के माध्यम से इस विषय में शिकायतें भी मांगते हुए समाधान करने का वादा किया था। लेकिन एक साल बीत जाने के बाद भी विभाग ने इस विषय में कोई कार्रवाई नहीं की है और जेबीटी अध्यापक अब भी दूर दराज के क्षेत्रों में सेवाएं दे रहे हैं। हरियाणा प्राइमरी टीचर्स एसोसिएशन इस विषय को लेकर सभी जिलों में ज्ञापन के माध्यम से सरकार को चेता रहा है।
उन्होंने कहा कि अगर सरकार ने जल्दी ही इस समस्या का समाधान नहीं किया तो एसोसिएशन कोई भी बड़ा आंदोलन करने पर मजबूर हो जाएगी। इस मौके पर राज्य महासचिव बलजीत पूनिया, रामलाल, धर्मवीर सहरावत, हरिकेश दहिया, रामकिशन रंगा, विजय गिरधर, काशीराम, वीरेंद्र अहलावत प्रेम अग्रोहिया सहित अन्य पदाधिकारी सदस्य मौजूद थे।
प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व एसोसिएशन के जिला प्रधान रणधीर बूरा ने किया। जिला प्रेस प्रवक्ता विनोद रोहिल्ला ने बताया कि शिक्षा विभाग की ओर से गत वर्ष सितंबर माह में तबादला नीति को दरकिनार करते हुए मैन्युअली आधार पर हजारों जेबीटी शिक्षकों का तबादला कर दिया था।
जिसके बाद विभाग ने सुगम पोर्टल के माध्यम से इस विषय में शिकायतें भी मांगते हुए समाधान करने का वादा किया था। लेकिन एक साल बीत जाने के बाद भी विभाग ने इस विषय में कोई कार्रवाई नहीं की है और जेबीटी अध्यापक अब भी दूर दराज के क्षेत्रों में सेवाएं दे रहे हैं। हरियाणा प्राइमरी टीचर्स एसोसिएशन इस विषय को लेकर सभी जिलों में ज्ञापन के माध्यम से सरकार को चेता रहा है।
उन्होंने कहा कि अगर सरकार ने जल्दी ही इस समस्या का समाधान नहीं किया तो एसोसिएशन कोई भी बड़ा आंदोलन करने पर मजबूर हो जाएगी। इस मौके पर राज्य महासचिव बलजीत पूनिया, रामलाल, धर्मवीर सहरावत, हरिकेश दहिया, रामकिशन रंगा, विजय गिरधर, काशीराम, वीरेंद्र अहलावत प्रेम अग्रोहिया सहित अन्य पदाधिकारी सदस्य मौजूद थे।