करीब आठ साल से राजकीय सेवा में बतौर स्थाई शिक्षक के रूप में अपनी सेवाएं
देने को लेकर इच्छुक शिक्षकों काे आखिरकार अपने जीवन की सबसे बड़ी खुशी मिल
ही गई है। स्थाई नियुक्ति के लिए आदेश पत्र जारी होने के बावजूद स्थानीय
स्तर पर उनकी नियुक्ति नहीं होने से कभी चुनाव आयोग तो कभी शिक्षा विभाग के
कार्यालयों में चक्कर काटने को मजबूर हो शिक्षकों की अपील को डीसी एवं
जिला निर्वाचन अधिकारी ने मंजूरी प्रदान कर
दी और आदेश दिया कि सभी पात्रों को स्थाई नियुक्ति दी जाए। इसके बाद डीईईओ कार्यालय से नियुक्ति एवं सेंटर अलाट कर दिए गए। टीचरों ने अपने-अपने स्कूलों में पहुंचकर जाॅइनिंग भी कर ली। अपने आप में यह दूसरा मामला है जब आचार संहिता की प्रक्रिया में जाॅइनिंग हुई है। इससे पहले खुद जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी रामफल धनखड़ ने आयोग की ओर 10 मार्च को आचार संहिता लगने से ठीक पांच घंटे पहले रविवार को ही जाॅइनिंग ली थी अब अाचार संहिता जारी रहने के बीच शिक्षकों को खुशी मिली।
10 को आचार संहिता लगने के कारण रोक दी गई थी नियुक्ति
सरकार की ओर से अगस्त 2014 में शिक्षकों की एक लिस्ट जारी की थी। इसमें सबसे पहले 2013 की पात्रता परीक्षा में क्लियर हुए उम्मीदवार शामिल थे लेकिन फिर कुछ समय बाद साल 2011 के उम्मीदवारों को भी इसमें शामिल कर एक संयुक्त लिस्ट जारी की गई। इसमें कुल उम्मीदवार 1259 थे। इसमें लो मेरिट के मामले में पिछड़े सोनीपत के करीब 130 जेबीटी भी शामिल थे। सरकार ने उनकी अपील में साल 2017 में उनकी नियुक्ति तो दी, लेकिन ऐसे शिक्षकों को एडहॉक के तौर पर रखा गया। अब मार्च सात मार्च को स्थाई नियुक्ति की खुशी मिली। लेकिन 10 मार्च को चुनाव आचार संहिता लग गई। इसके बाद स्थानीय स्तर पर कागजी आदेश नहीं आने के कारण मामला अटका रहा था।
शिक्षकों ने जाॅइन कर लिया
शिक्षकों की अपील पर डीसी एवं जिला निर्वाचन अधिकारी डाॅ. शालीन द्वारा दिए गए आदेश के आधार पर उन्हें स्थाई नियुक्ति पत्र जारी कर दिए गए हैं। इस आधार पर शिक्षकों ने अपनी जाॅइनिंग कर ली है। ये सभी अभी तदर्थ आधार पर लगे हुए थे अब उन्हें स्थाई नियुक्ति का लाभ मिलेगा। -रामफल धनखड़, जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी, सोनीपत
दी और आदेश दिया कि सभी पात्रों को स्थाई नियुक्ति दी जाए। इसके बाद डीईईओ कार्यालय से नियुक्ति एवं सेंटर अलाट कर दिए गए। टीचरों ने अपने-अपने स्कूलों में पहुंचकर जाॅइनिंग भी कर ली। अपने आप में यह दूसरा मामला है जब आचार संहिता की प्रक्रिया में जाॅइनिंग हुई है। इससे पहले खुद जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी रामफल धनखड़ ने आयोग की ओर 10 मार्च को आचार संहिता लगने से ठीक पांच घंटे पहले रविवार को ही जाॅइनिंग ली थी अब अाचार संहिता जारी रहने के बीच शिक्षकों को खुशी मिली।
10 को आचार संहिता लगने के कारण रोक दी गई थी नियुक्ति
सरकार की ओर से अगस्त 2014 में शिक्षकों की एक लिस्ट जारी की थी। इसमें सबसे पहले 2013 की पात्रता परीक्षा में क्लियर हुए उम्मीदवार शामिल थे लेकिन फिर कुछ समय बाद साल 2011 के उम्मीदवारों को भी इसमें शामिल कर एक संयुक्त लिस्ट जारी की गई। इसमें कुल उम्मीदवार 1259 थे। इसमें लो मेरिट के मामले में पिछड़े सोनीपत के करीब 130 जेबीटी भी शामिल थे। सरकार ने उनकी अपील में साल 2017 में उनकी नियुक्ति तो दी, लेकिन ऐसे शिक्षकों को एडहॉक के तौर पर रखा गया। अब मार्च सात मार्च को स्थाई नियुक्ति की खुशी मिली। लेकिन 10 मार्च को चुनाव आचार संहिता लग गई। इसके बाद स्थानीय स्तर पर कागजी आदेश नहीं आने के कारण मामला अटका रहा था।
शिक्षकों ने जाॅइन कर लिया
शिक्षकों की अपील पर डीसी एवं जिला निर्वाचन अधिकारी डाॅ. शालीन द्वारा दिए गए आदेश के आधार पर उन्हें स्थाई नियुक्ति पत्र जारी कर दिए गए हैं। इस आधार पर शिक्षकों ने अपनी जाॅइनिंग कर ली है। ये सभी अभी तदर्थ आधार पर लगे हुए थे अब उन्हें स्थाई नियुक्ति का लाभ मिलेगा। -रामफल धनखड़, जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी, सोनीपत