जासं, रेवाड़ी: वरिष्ठ अध्यापकों की पदोन्नति सूची में खामियां लगातार उजागर
हो रही हैं। प्राध्यापक पद के लिए मैनेजमेंट इंफॉर्मेशन सिस्टम (एमआइएस)
में स्टेशन शामिल नहीं किए जाने के कारण वरिष्ठ अध्यापकों को दिक्कतों का
सामना करना पड़ रहा है।
इस संबंध में प्राध्यापकों का प्रतिनिधिमंडल जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में उप जिला शिक्षा अधिकारी व नगराधीश वीरेंद्र ¨सह के माध्यम से शिक्षा निदेशक के नाम ज्ञापन सौंपा। उनका कहना था कि विभाग ने पहले तो उनकी पदोन्नति कोटा पूरा नहीं किया सरकार लगातार सीधी भर्ती करती रही। शिक्षकों ने बताया कि उच्च न्यायालय के हस्तक्षेप के बाद सरकार ने वरिष्ठ अध्यापकों की पदोन्नति सूची 27 अप्रैल को जारी की। इसमें भी वरिष्ठ अध्यापकों की अनदेखी करते हुए उनके नाम पदोन्नति सूची में शामिल नहीं किया गया जबकि उनके 5 से 8 वर्ष बाद के भर्ती अध्यापकों को पदोन्नति दे दी गई। पीड़ित प्राध्यापक दिनेश गुप्ता, विक्रम ¨सह, तेजपाल, महेंद्र ¨सह, रमेश गुप्ता, बलराम, सोनल, मनोज कुमार आदि ने बताया कि इस संबंध में गत 29 अप्रैल, 2 मई को भी जिला शिक्षा अधिकारी के माध्यम से शिक्षा निदेशक को पत्र भेजा था लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। उन्होंने अधिकारियों के माध्यम से समस्या का समाधान कराने की मांग की है।
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इस संबंध में प्राध्यापकों का प्रतिनिधिमंडल जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में उप जिला शिक्षा अधिकारी व नगराधीश वीरेंद्र ¨सह के माध्यम से शिक्षा निदेशक के नाम ज्ञापन सौंपा। उनका कहना था कि विभाग ने पहले तो उनकी पदोन्नति कोटा पूरा नहीं किया सरकार लगातार सीधी भर्ती करती रही। शिक्षकों ने बताया कि उच्च न्यायालय के हस्तक्षेप के बाद सरकार ने वरिष्ठ अध्यापकों की पदोन्नति सूची 27 अप्रैल को जारी की। इसमें भी वरिष्ठ अध्यापकों की अनदेखी करते हुए उनके नाम पदोन्नति सूची में शामिल नहीं किया गया जबकि उनके 5 से 8 वर्ष बाद के भर्ती अध्यापकों को पदोन्नति दे दी गई। पीड़ित प्राध्यापक दिनेश गुप्ता, विक्रम ¨सह, तेजपाल, महेंद्र ¨सह, रमेश गुप्ता, बलराम, सोनल, मनोज कुमार आदि ने बताया कि इस संबंध में गत 29 अप्रैल, 2 मई को भी जिला शिक्षा अधिकारी के माध्यम से शिक्षा निदेशक को पत्र भेजा था लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। उन्होंने अधिकारियों के माध्यम से समस्या का समाधान कराने की मांग की है।
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