जासं, फरीदाबाद:राजकीय प्राथमिक विद्यालयों में शनिवार शुरू हुई वार्षिक
परीक्षा में पहली से पांचवीं तक के छात्रों के लिए संख्या के लिहाज से
प्रश्न पत्र कम आए। इससे शिक्षकों को परेशानी झेलनी पड़ी। शिक्षकों ने
प्रश्न पत्र की फोटोकॉपी करवा कर काम चलाया। शिक्षा विभाग की खामी के चलते
प्राथमिक शिक्षक संघ ने नाराजगी जताई है।
राजकीय प्राथमिक विद्यालय, सेक्टर-16 में पहली कक्षा के सभी विषयों के 24 प्रश्न पत्र कम मिले हैं। कक्षा दूसरी के सभी विषयों के 8-8 प्रश्न पत्र कम मिले हैं। ऐसे ही राजकीय प्राथमिक विद्यालय, जवाहर कॉलोनी में कक्षा तीसरी के ¨हदी के पेपर मिले ही नहीं। राजकीय प्राथमिक विद्यालय, बसंतपुर व इस्माइलपुर में कक्षा पहली व दूसरी के प्रश्न पत्र नहीं मिले। राजकीय प्राथमिक पाठशाला बसंतपुर में कक्षा पांचवी का कोई पेपर नहीं मिला। बुढै़ना में कक्षा पहली व दूसरी के कई विषयों के प्रश्न पत्र नही मिले। राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष चतर ¨सह ने नाराजगी जताई कि प्रश्न पत्र दूसरे विद्यालयों के मुखियाओं से मंगवाए गए तो कहीं-कहीं प्रश्न पत्रों की फोटोकॉपी करके काम चलाया गया। चतर ¨सह ने बताया कि उन्होंने जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी सतेंद्र वर्मा से भी प्रश्न पत्रों के बारे में जानकारी दे दी थी। बता दें कि शिक्षा विभाग की ओर से प्रश्न पत्र तैयार करके भेजे जाते हैं। दो दिन पहले स्कूलों को प्रश्न पत्र भेज दिए गए थे, जो छात्रों की संख्या के हिसाब से कम थे। जिले के 240 प्राथमिक स्कूलों में करीब 50 हजार बच्चे हैं।
राजकीय प्राथमिक विद्यालय, सेक्टर-16 में पहली कक्षा के सभी विषयों के 24 प्रश्न पत्र कम मिले हैं। कक्षा दूसरी के सभी विषयों के 8-8 प्रश्न पत्र कम मिले हैं। ऐसे ही राजकीय प्राथमिक विद्यालय, जवाहर कॉलोनी में कक्षा तीसरी के ¨हदी के पेपर मिले ही नहीं। राजकीय प्राथमिक विद्यालय, बसंतपुर व इस्माइलपुर में कक्षा पहली व दूसरी के प्रश्न पत्र नहीं मिले। राजकीय प्राथमिक पाठशाला बसंतपुर में कक्षा पांचवी का कोई पेपर नहीं मिला। बुढै़ना में कक्षा पहली व दूसरी के कई विषयों के प्रश्न पत्र नही मिले। राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष चतर ¨सह ने नाराजगी जताई कि प्रश्न पत्र दूसरे विद्यालयों के मुखियाओं से मंगवाए गए तो कहीं-कहीं प्रश्न पत्रों की फोटोकॉपी करके काम चलाया गया। चतर ¨सह ने बताया कि उन्होंने जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी सतेंद्र वर्मा से भी प्रश्न पत्रों के बारे में जानकारी दे दी थी। बता दें कि शिक्षा विभाग की ओर से प्रश्न पत्र तैयार करके भेजे जाते हैं। दो दिन पहले स्कूलों को प्रश्न पत्र भेज दिए गए थे, जो छात्रों की संख्या के हिसाब से कम थे। जिले के 240 प्राथमिक स्कूलों में करीब 50 हजार बच्चे हैं।