गुरुग्राम [जागरण संवाददाता]। हरियाणा शिक्षा बोर्ड की परीक्षाओं को नकल रहित करवाने के सारे दावे ध्वस्त होते नजर आ रहे हैं। सरकार व शिक्षा विभाग के तमाम प्रयासों के बाद भी नकल बदस्तूर जारी है। शिक्षा विभाग व बोर्ड के फ्लाइंग दस्तों का खौफ कहीं नहीं दिख रहा है।
परीक्षाओं में व्यवस्था के नाम पर महज खानापूर्ति नजर आ रही है।
आलम यह है कि कहीं पर लोग खिड़कियों व छतों से नकल करवाते नजर आए तो कहीं विद्यार्थी ब्रेक के बहाने परीक्षा हॉल से निकलकर किताबों में उत्तर तलाश रहे थे। कई जगह तो अभिभावक नकल करवाने के लिए तैयार खड़े नजर आए। धारा 144 की धज्जियां उड़ाती इस व्यवस्था को देख फ्लाइंग दस्ते ने भी आंखें मूंदे रखी हैं। परीक्षा निरीक्षकों का हाल ऐसा है जैसे उन्हें कुछ नजर ही नहीं आ रहा था।
कुछ केंद्रों पर परीक्षा निरीक्षक स्वयं नकल करवा रहे हैं। झाड़सा में बने केंद्र पर घरों की छतों व खिड़कियों से परिजन किताबें व बस्ते पहुंचाते नजर आए। नाथूपुर में बने केंद्र पर शिक्षक स्वयं विद्यार्थियों को नकल करवाने में मशगूल रहे। चकरपुर में परीक्षा केंद्र में शिक्षकों की उपस्थिति में लोग धड़ल्ले से नकल करवा रहे थे। परीक्षा के दौरान इस तरह के व्यवस्था से अंदाजा लगाया जा सकता है कि बोर्ड व प्रशासन किस तरह नकलचियों के आगे लाचार है।
परीक्षाओं में व्यवस्था के नाम पर महज खानापूर्ति नजर आ रही है।
आलम यह है कि कहीं पर लोग खिड़कियों व छतों से नकल करवाते नजर आए तो कहीं विद्यार्थी ब्रेक के बहाने परीक्षा हॉल से निकलकर किताबों में उत्तर तलाश रहे थे। कई जगह तो अभिभावक नकल करवाने के लिए तैयार खड़े नजर आए। धारा 144 की धज्जियां उड़ाती इस व्यवस्था को देख फ्लाइंग दस्ते ने भी आंखें मूंदे रखी हैं। परीक्षा निरीक्षकों का हाल ऐसा है जैसे उन्हें कुछ नजर ही नहीं आ रहा था।
कुछ केंद्रों पर परीक्षा निरीक्षक स्वयं नकल करवा रहे हैं। झाड़सा में बने केंद्र पर घरों की छतों व खिड़कियों से परिजन किताबें व बस्ते पहुंचाते नजर आए। नाथूपुर में बने केंद्र पर शिक्षक स्वयं विद्यार्थियों को नकल करवाने में मशगूल रहे। चकरपुर में परीक्षा केंद्र में शिक्षकों की उपस्थिति में लोग धड़ल्ले से नकल करवा रहे थे। परीक्षा के दौरान इस तरह के व्यवस्था से अंदाजा लगाया जा सकता है कि बोर्ड व प्रशासन किस तरह नकलचियों के आगे लाचार है।