फतेहाबाद। सरकार द्वारा लोअर मैरिट की सूची में आए अध्यापकों को एक और
मौका दिये जाने की घोषणा के बाद जिले के शिक्षा विभाग में भी हलचल बढ़ गई
है। विभाग ने इस सूची में आए फतेहाबाद जिले के 50 अध्यापकों की पर्सनल
प्रोफाइल बनाने की तैयारियां शुरू कर दी हैं।
साथ ही इन अध्यापकों से कहा जा रहा है कि वो अपने कागजात एक बार फिर से शिक्षा विभाग में जमा कराएं। इन सभी अध्यापकों की प्रोफाइल एक बार फिर से शिक्षा विभाग के मुख्यालय भेजी जाएगी। खुद जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी संगीता बिश्नोई ने इसकी पुष्टि की है। संगीता बिश्नोई ने बताया कि जेबीटी से पहले प्राथमिकता के तौर पर जिन छह जिलों के नाम मांगे गए थे, वही नाम एक बार फिर से भेजे जाएंगे।
2012 में शुरू हुई थी भर्ती, हाईकोर्ट में गए थे 2013 एचटेट पास पात्र
साल 2012 में प्रदेश में 9870 पदों के लिए जेबीटी अध्यापकों की भर्ती शुरू की गई थी। लेकिन इस बीच भर्ती के बीच ही वो पात्र हाईकोर्ट चले गए जिन्होंने साल 2013 में एचटेट की परीक्षा पास की थी। इन एचटेट पास लाभार्थियों की मांग थी कि उन्हें भी 2012 की भर्ती में शामिल किया जाए। इसके बाद साल 2014 में इस भर्ती का रिजल्ट तो जारी कर दिया गया, लेकिन हाईकोर्ट में केस भी चलता रहा। बाद में हाईकोर्ट ने सरकार से साल 2012 एवं 2013 के एचटेट पास आवेदनकर्ताओं की एक संयुक्त मैरिट लिस्ट बनाने के निर्देश जारी कर दिए। इसी के चलते प्रदेशभर से 1259 जेबीटी की नियुक्ति रद्द कर दी गई, जिसमें फतेहाबाद जिले से 50 जेबीटी शामिल थे।
लो-मैरिट लिस्ट को मिली नियुक्ति तो गेस्ट टीचर्स पर लटक सकती है तलवार
विभाग के सूत्रों की मानें तो अगर लो-मैरिट लिस्ट को नियुक्ति मिलती है तो सरप्लस सीटें होने की आशंका है जिसका सीधा खामियाजा जिले में कार्यरत गेस्ट टीचर्स को उठाना पड़ सकता है। इन लो-मैरिट लिस्ट में शामिल जेबीटी अध्यापकों को नियुक्ति देने पर गेस्ट टीचर्स का पत्ता कटना तय माना जा रहा है। इससे पहले भी जिले में काफी गेस्ट टीचर्स को नौकरी से हटाया जा चुका है।
प्राथमिक शिक्षक संघ भी आया लो-मैरिट लिस्ट जेबीटी के पक्ष में
सरकार द्वारा सकारात्मक रुख दिखाने के बाद हरियाणा राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ भी लो-मैरिट लिस्ट जेबीटी अध्यापकों के पक्ष में आता दिख रहा है। संगठन के जिलाध्यक्ष विकास टुटेजा ने सरकार से मांग की है कि लो-मैरिट लिस्ट वाले जेबीटी अध्यापकों को तुरंत प्रभाव से ज्वाइनिंग देनी चाहिए। टुटेजा ने ये भी कहा कि सरकार इन अध्यापकों को पूर्ण कालिक अध्यापक के तौर पर ही नियुक्ति दे। अगर अनुबंध आधारित नौकरी या कोई अन्य गड़बड़ किए जाने पर राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ आंदोलन करेगा।
'मुख्यालय से लो-मैरिट लिस्ट जेबीटी अध्यापकों की डिटेल भेजने को कहा गया था जो कि भेज दी गई है। इस संदर्भ में जो भी उच्चाधिकारियों के निर्देश आएंगे, उनका पालन किया जाएगा।’
संगीता बिश्नोई, जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी, फतेहाबाद।
साथ ही इन अध्यापकों से कहा जा रहा है कि वो अपने कागजात एक बार फिर से शिक्षा विभाग में जमा कराएं। इन सभी अध्यापकों की प्रोफाइल एक बार फिर से शिक्षा विभाग के मुख्यालय भेजी जाएगी। खुद जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी संगीता बिश्नोई ने इसकी पुष्टि की है। संगीता बिश्नोई ने बताया कि जेबीटी से पहले प्राथमिकता के तौर पर जिन छह जिलों के नाम मांगे गए थे, वही नाम एक बार फिर से भेजे जाएंगे।
2012 में शुरू हुई थी भर्ती, हाईकोर्ट में गए थे 2013 एचटेट पास पात्र
साल 2012 में प्रदेश में 9870 पदों के लिए जेबीटी अध्यापकों की भर्ती शुरू की गई थी। लेकिन इस बीच भर्ती के बीच ही वो पात्र हाईकोर्ट चले गए जिन्होंने साल 2013 में एचटेट की परीक्षा पास की थी। इन एचटेट पास लाभार्थियों की मांग थी कि उन्हें भी 2012 की भर्ती में शामिल किया जाए। इसके बाद साल 2014 में इस भर्ती का रिजल्ट तो जारी कर दिया गया, लेकिन हाईकोर्ट में केस भी चलता रहा। बाद में हाईकोर्ट ने सरकार से साल 2012 एवं 2013 के एचटेट पास आवेदनकर्ताओं की एक संयुक्त मैरिट लिस्ट बनाने के निर्देश जारी कर दिए। इसी के चलते प्रदेशभर से 1259 जेबीटी की नियुक्ति रद्द कर दी गई, जिसमें फतेहाबाद जिले से 50 जेबीटी शामिल थे।
लो-मैरिट लिस्ट को मिली नियुक्ति तो गेस्ट टीचर्स पर लटक सकती है तलवार
विभाग के सूत्रों की मानें तो अगर लो-मैरिट लिस्ट को नियुक्ति मिलती है तो सरप्लस सीटें होने की आशंका है जिसका सीधा खामियाजा जिले में कार्यरत गेस्ट टीचर्स को उठाना पड़ सकता है। इन लो-मैरिट लिस्ट में शामिल जेबीटी अध्यापकों को नियुक्ति देने पर गेस्ट टीचर्स का पत्ता कटना तय माना जा रहा है। इससे पहले भी जिले में काफी गेस्ट टीचर्स को नौकरी से हटाया जा चुका है।
प्राथमिक शिक्षक संघ भी आया लो-मैरिट लिस्ट जेबीटी के पक्ष में
सरकार द्वारा सकारात्मक रुख दिखाने के बाद हरियाणा राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ भी लो-मैरिट लिस्ट जेबीटी अध्यापकों के पक्ष में आता दिख रहा है। संगठन के जिलाध्यक्ष विकास टुटेजा ने सरकार से मांग की है कि लो-मैरिट लिस्ट वाले जेबीटी अध्यापकों को तुरंत प्रभाव से ज्वाइनिंग देनी चाहिए। टुटेजा ने ये भी कहा कि सरकार इन अध्यापकों को पूर्ण कालिक अध्यापक के तौर पर ही नियुक्ति दे। अगर अनुबंध आधारित नौकरी या कोई अन्य गड़बड़ किए जाने पर राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ आंदोलन करेगा।
'मुख्यालय से लो-मैरिट लिस्ट जेबीटी अध्यापकों की डिटेल भेजने को कहा गया था जो कि भेज दी गई है। इस संदर्भ में जो भी उच्चाधिकारियों के निर्देश आएंगे, उनका पालन किया जाएगा।’
संगीता बिश्नोई, जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी, फतेहाबाद।