कुरुक्षेत्र। सातवें वेतन आयोग की मांग को लेकर कुरुक्षेत्र
विश्वविद्यालय के शिक्षकों ने बुधवार को कुलपति कार्यालय के सामने प्रदर्शन
किया। कुटा के सदस्यों ने केंद्र सरकार से शिक्षकों को जल्द से जल्द 7वें
वेतन आयोग की सिफारिशों को लागू करने की मांग की।
कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय शिक्षक संघ व एचफुक्टों के प्रधान डॉ संजीव शर्मा ने कहा कि केंद्र सरकार विश्वविद्यालय व कालेजों के शिक्षकों के लिए 7वें वेतन आयोग की घोषणा न करके उनके साथ अन्याय कर रही है।
उन्होंने कहा कि देशभर में सातवां पे कमीशन लागू हो चुका है लेकिन विश्वविद्यालयों एवं कॉलेजों के शिक्षकों के लिए केंद्र सरकार ने इस दिशा में अभी तक कोई सकारात्मक कदम नहीं उठाया है।
कुटा सचिव डॉ नरेश ने कहा कि यदि केंद्र सरकार 7वें पे-कमीशन से संबंधित 23 जुलाई तक कोई अधिसूचना जारी नहीं करती है तो 24 जुलाई को जंतर-मंतर पर देशभर के विश्वविद्यालयों एवं कॉलेजों के शिक्षक धरना एवं प्रदर्शन करेंगे। डॉ संजीव शर्मा ने कहा कि शिक्षकों ने केंद्र सरकार से 7वें वेतन आयोग के लिए 100 प्रतिशत अनुदान देने, एडहाक, एसएफएस, टैम्परेरी शिक्षकों के पदों व वेतन में एकरूपता, एनपीएस स्कीम को बंद कर पुरानी पेंशन स्कीम लागू करने, छठे वेतन आयोग की विसंगति को दूर करने, उच्च शिक्षा के लिए बजट में बढ़ोतरी, शिक्षा के व्यापारीकरण पर रोक लगाना, यूजीसी व एआईसीटी को मजबूत बनाने व पीएचडी पंजीकरण मे नेट, स्लेट, जेआरएफ की अनिवार्यता को खत्म करने व ग्रेड के आधार पर विश्वविद्यालयों व कालेजों में बजट देने की घोषणा को वापिस लेने की मांग की है। मौके पर उप-प्रधान डॉ. दीपक राय, सहसचिव डॉ. रमन सैनी, डॉ. मंजूषा शर्मा, डॉ. सुचेता उपाध्याय, डॉ. परमेश कुमार, डॉ. कामराज, डॉ. महावीर रंगा, डॉ. जसविंद्र सिंह, डॉ. अशोक कुमार, डॉ. हेमलता, डॉ. रश्मि, डॉ. कुलदीप राणा, डॉ. विक्रम खरब, डॉ. नरेश कुमार, डॉ. कुलदीप सिंह, डॉ. परमजीत कौर, डॉ. गुरचरण सिंह, डॉ. रंजना, डॉ. हरदीप जोशी, डॉ. संतोष दुबे, डॉ. ललित नागपाल, डॉ. प्रबोध, डॉ. दिनेश कुमार सहित भारी संख्या में शिक्षक उपस्थित रहे।
कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय शिक्षक संघ व एचफुक्टों के प्रधान डॉ संजीव शर्मा ने कहा कि केंद्र सरकार विश्वविद्यालय व कालेजों के शिक्षकों के लिए 7वें वेतन आयोग की घोषणा न करके उनके साथ अन्याय कर रही है।
उन्होंने कहा कि देशभर में सातवां पे कमीशन लागू हो चुका है लेकिन विश्वविद्यालयों एवं कॉलेजों के शिक्षकों के लिए केंद्र सरकार ने इस दिशा में अभी तक कोई सकारात्मक कदम नहीं उठाया है।
कुटा सचिव डॉ नरेश ने कहा कि यदि केंद्र सरकार 7वें पे-कमीशन से संबंधित 23 जुलाई तक कोई अधिसूचना जारी नहीं करती है तो 24 जुलाई को जंतर-मंतर पर देशभर के विश्वविद्यालयों एवं कॉलेजों के शिक्षक धरना एवं प्रदर्शन करेंगे। डॉ संजीव शर्मा ने कहा कि शिक्षकों ने केंद्र सरकार से 7वें वेतन आयोग के लिए 100 प्रतिशत अनुदान देने, एडहाक, एसएफएस, टैम्परेरी शिक्षकों के पदों व वेतन में एकरूपता, एनपीएस स्कीम को बंद कर पुरानी पेंशन स्कीम लागू करने, छठे वेतन आयोग की विसंगति को दूर करने, उच्च शिक्षा के लिए बजट में बढ़ोतरी, शिक्षा के व्यापारीकरण पर रोक लगाना, यूजीसी व एआईसीटी को मजबूत बनाने व पीएचडी पंजीकरण मे नेट, स्लेट, जेआरएफ की अनिवार्यता को खत्म करने व ग्रेड के आधार पर विश्वविद्यालयों व कालेजों में बजट देने की घोषणा को वापिस लेने की मांग की है। मौके पर उप-प्रधान डॉ. दीपक राय, सहसचिव डॉ. रमन सैनी, डॉ. मंजूषा शर्मा, डॉ. सुचेता उपाध्याय, डॉ. परमेश कुमार, डॉ. कामराज, डॉ. महावीर रंगा, डॉ. जसविंद्र सिंह, डॉ. अशोक कुमार, डॉ. हेमलता, डॉ. रश्मि, डॉ. कुलदीप राणा, डॉ. विक्रम खरब, डॉ. नरेश कुमार, डॉ. कुलदीप सिंह, डॉ. परमजीत कौर, डॉ. गुरचरण सिंह, डॉ. रंजना, डॉ. हरदीप जोशी, डॉ. संतोष दुबे, डॉ. ललित नागपाल, डॉ. प्रबोध, डॉ. दिनेश कुमार सहित भारी संख्या में शिक्षक उपस्थित रहे।