चंडीगढ़, 3 अक्तूबर पंजाब में युवाओं के लिए कनाडा से बड़ा कोई आकर्षण नहीं। इमिग्रेशन के
प्रति युवाओं की दीवानगी को देखते हुए राज्य का शिक्षा विभाग एक कार्यक्रम
शुरू करने जा रहा है।
विद्यार्थियों की अंग्रेजी सुधारने के लिए विभाग अपना
‘आईलेट्स’ शुरू करेगा। इस ‘आईलेट्स’ का मतलब होगा ‘इंटरेक्टिव इंग्लिश
लैंग्वेज ट्रेनिंग फॉर स्टूडेंट्स’। जबकि, कई देशों में इमिग्रेशन के लिए
जरूरी इंग्लिश भाषा की परीक्षा ‘आईलेट्स’ का पूरा नाम है ‘इंग्लिश लैंग्वेज
टेस्टिंग सिस्टम’। आईलेट्स परीक्षा के लिए कोचिंग का काम राज्य में एक
बड़ी ‘इंडस्ट्री’ बन चुका है। सरकारी ‘आईलेट्स’ का खाका तैयार करने वालीं
स्टेट काउंसिल आॅफ एजुकेशन एंड रिसर्च की असिस्टेंट डायरेक्टर बिंदु गुलाटी
कहती हैं, हम विद्यार्थियों को इमिग्रेशन में मदद का दावा नहीं कर रहे,
कोर्स इस तरह डिजाइन किया गया है कि टेस्ट क्लियर करने की संभावना बेहतर हो
जाएगी।पहली नवंबर से 11वीं और 12वीं के विद्यार्थियों के लिए करीब एक हजार स्कूलों में मुफ्त कोचिंग शुरू करने की याेजना है। इस कार्यक्रम में मौजूदा शिक्षक ही पढ़ाएंगे। विभाग के पास 46 ऐसे शिक्षक हैं, जो इंग्लिश टीचिंग की कनाडा में ट्रेनिंग ले चुके हैं। ये शिक्षक अन्य शिक्षकों को ट्रेनिंग दे रहे हैं।