नियमितीकरण की मांग को लेकर अतिथि अध्यापक चौथे दिन भी हरियाणा के यमुनानगर में सहारनपुर हाईवे पर डटे रहे। यहां से मंगलवार को अतिथि अध्यापकों का एक प्रतिनिधिमंडल चंडीगढ़ सीनियर सेकेंडरी डायरेक्टर जे गणेशन व एलीमेंट्री डायरेक्टर डॉ. अशंज सिंह से मिला। इस दौरान अध्यापकों की घंटों वार्ता हुई। तब जाकर अधिकारियों ने अतिथि अध्यापकों की आठ मांगों पर अपनी सहमति जताई, लेकिन दो प्रमुख मांगें जिसमें बेसिक सेलरी व पोस्ट वॉकेंट को विचाराधीन कर दिया।
इस पर अध्यापक वार्ता यमुनानगर आ गए।अध्यापकों ने कहा कि जब तक उन्हें लिखित में विभागीय अधिकारियों की तरफ से कुछ नहीं मिल जाता, तब वे हाईवे पर ही डटे रहने का फैसला रहेगा। उधर, अध्यापकों के इस धरने का चरखी दादरी से निर्दलीय विधायक सोमवीर सांगवान ने आकर समर्थन दिया। उन्होंने कहा कि अतिथि अध्यापकों की मांग बिल्कुल जायज है, सरकार को उनकी मांगों को मानना चाहिए।
उधर, प्रशासन की तरफ से ओमिक्रॉन के वायरस को रोकने के लिए लगाए गए नाइट कर्फ्यू का हवाला देकर सहरानपुर हाईवे को खाली करने की बार-बार चेतावनी दे रहा है। बाकायदा इस मामले में कोविड के नियमों का उल्लंघन करने के आरोप में 47 शिक्षकों पर केस दर्ज कर दिया गया है।
इन मांगों पर बनी सहमति
अतिथि अध्यापक मैना यादव, राजीव
चंदाखेड़ी, प्रदीप, राधाकृष्ण, नितिन लांबा व सुभाष खटाना ने बताया कि
दोनों अधिकारियों की तरफ से दस मांगों पर सहमति जताई गई है। इनमें ईपीएफ
सुविधा, कैशलैश मेडीकल, ईएल लीव 10, सीएल लीव 20, एजुकेशन एलाउंस, ट्रांसफर
पॉलिसी में अतिथि अध्यापक के पद को खाली ने मानने बारे सहानुभूति पूर्वक
विचार करने की बात कही, रिटायर्ड अतिथि अध्यापक को जेबीटी, टीजीटी, लेक्चरर
को पद पर 65 वर्ष तक विभागीय नियमानुसार दुबारा नियुक्ति दी जाएगी, बोर्ड
ड्यूटी भी रेगुलर टीचर की तरह लगाई जाएगी शामिल है।
इसके अलावा मुख्य मांगें नियमित करने, बेसिक सेलरी पर शिक्षामंत्री ने उन्हें सीएम के पीएसओ से बातचीत कर बताने के बारे में कहा गया है। अतिथि अध्यापकों ने कहा कि बुधवार को भी उनका प्रतिनिधिमंडल चंडीगढ़ जा सकता है। इस दौरान उनकी मुलाकात शिक्षामंत्री के माध्यम से शिक्षा विभाग के अधिकारियों से हो सकती है।
इसके अलावा मुख्य मांगें नियमित करने, बेसिक सेलरी पर शिक्षामंत्री ने उन्हें सीएम के पीएसओ से बातचीत कर बताने के बारे में कहा गया है। अतिथि अध्यापकों ने कहा कि बुधवार को भी उनका प्रतिनिधिमंडल चंडीगढ़ जा सकता है। इस दौरान उनकी मुलाकात शिक्षामंत्री के माध्यम से शिक्षा विभाग के अधिकारियों से हो सकती है।
आंदोलनकारी 47 अतिथि अध्यापकों पर केस दर्ज
जगाधरी अग्रसेन चौक के पास राष्ट्रीय
राजमार्ग पर जाम लगाने और महामार एक्ट के तहत पुलिस ने 47 अतिथि अध्यापकों
को नामजद कर कुछ अन्य पर केस दर्ज किया है। आरोपियों में शिक्षकों के संगठन
के प्रदेशाध्यक्ष और जिलाध्यक्ष में शामिल है।
पुलिस को दी शिकायत में मुख्य सिपाही अखिलेश कुमार ने बताया कि वह बुड़िया गेट चौकी में बतौर जनरल ड्यूटी तैनात है। हरियाणा सरकार ने महामारी अलर्ट सुरक्षित हरियाणा के तहत कोविड 19 की रोकथाम के लिए सोमवार को वह मुख्य सिपाही प्रवेश कुमार के साथ गश्त पर था। जब वे अग्रसेन चौक के पास पहुंचे तो यहां कुछ अतिथि अध्यापकों ने राष्ट्रीय राजमार्ग 73ए पर टेंट लगाकर मार्ग जाम किया हुआ था।
अतिथि अध्यापक यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष मैना यादव, महासचिव पारस शर्मा, जिला प्रधान रमेश चैहल, राधा कृष्ण सिरसा, हरदीप सिंह सिरसा, राजीव, नितिन लांबा, रिंपल, कुलविंद्र कौर, नवनीत बाजवा, राजबीर, गोपाल, परविंद्र, सुशील, सुभाष, ईश्वर, विजेंद्र, मनोज, राजकुमार, प्रीतम, इकबाल, कर्मवीर, विजय, मनोज, राजकुमार, काली रमन, प्रीतम, विजेंद्र, विजय पाल, गुरुदत्त, मोनिका, रघु वत्स, प्रवीण, संजय, नरेंद्र संधु, नरेंद्र जींद, जयदीप, राजेश मलिक, नरेश, रामेश्वर, सुनील डागर, सुनील, डिंपल, ममता, पदम पाल, संजीव, बलविंद्र, विकास, राविंद्र, गुरदीप व अन्य ने राष्ट्रीय राजमार्ग पर जाम लगाया हुआ था।
आरोप है कि इन अतिथि अध्यापकों ने राष्ट्रीय राजमार्ग जाम कर आम जनता को परेशान किया है। इसके अलावा कोरोना महामारी रोकथाम के लिए हरियाणा सरकार की ओर से महामारी अलर्ट सुरक्षित हरियाणा दिए गए निर्देशों की अवहेलना की है। पुलिस ने मामले में सभी अतिथि अध्यापकों पर केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
पुलिस को दी शिकायत में मुख्य सिपाही अखिलेश कुमार ने बताया कि वह बुड़िया गेट चौकी में बतौर जनरल ड्यूटी तैनात है। हरियाणा सरकार ने महामारी अलर्ट सुरक्षित हरियाणा के तहत कोविड 19 की रोकथाम के लिए सोमवार को वह मुख्य सिपाही प्रवेश कुमार के साथ गश्त पर था। जब वे अग्रसेन चौक के पास पहुंचे तो यहां कुछ अतिथि अध्यापकों ने राष्ट्रीय राजमार्ग 73ए पर टेंट लगाकर मार्ग जाम किया हुआ था।
अतिथि अध्यापक यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष मैना यादव, महासचिव पारस शर्मा, जिला प्रधान रमेश चैहल, राधा कृष्ण सिरसा, हरदीप सिंह सिरसा, राजीव, नितिन लांबा, रिंपल, कुलविंद्र कौर, नवनीत बाजवा, राजबीर, गोपाल, परविंद्र, सुशील, सुभाष, ईश्वर, विजेंद्र, मनोज, राजकुमार, प्रीतम, इकबाल, कर्मवीर, विजय, मनोज, राजकुमार, काली रमन, प्रीतम, विजेंद्र, विजय पाल, गुरुदत्त, मोनिका, रघु वत्स, प्रवीण, संजय, नरेंद्र संधु, नरेंद्र जींद, जयदीप, राजेश मलिक, नरेश, रामेश्वर, सुनील डागर, सुनील, डिंपल, ममता, पदम पाल, संजीव, बलविंद्र, विकास, राविंद्र, गुरदीप व अन्य ने राष्ट्रीय राजमार्ग पर जाम लगाया हुआ था।
आरोप है कि इन अतिथि अध्यापकों ने राष्ट्रीय राजमार्ग जाम कर आम जनता को परेशान किया है। इसके अलावा कोरोना महामारी रोकथाम के लिए हरियाणा सरकार की ओर से महामारी अलर्ट सुरक्षित हरियाणा दिए गए निर्देशों की अवहेलना की है। पुलिस ने मामले में सभी अतिथि अध्यापकों पर केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
अधिकारियों ने अतिथि अध्यापकों की आठ मांगों पर अपनी सहमति जताई, लेकिन दो
प्रमुख मांगें जिसमें बेसिक सेलरी व पोस्ट वॉकेंट को विचाराधीन कर दिया।