जागरण संवाददाता, भिवानी : सरकार खेल व खिलाडिय़ों को प्रोत्साहन देने की दम भरती नहीं थकती, वही दूसरी तरफ बर्खास्त शारीरिक शिक्षकों को बर्खास्त कर प्रदेश सरकार ने स्कूली स्तर के खिलाडिय़ों का भविष्य अंधेरे में
धकेलने का काम किया है। यह बात लघु सचिवालय के समक्ष धरने पर बैठे बर्खास्त शिक्षकों को संबोधित करते हुए विनोद सांगा ने कही। बहाली की मांग को लेकर जारी बर्खास्त शारीरिक शिक्षकों का धरना बुधवार रविवार को 566वें दिन भी जारी रहा। धरने को संबोधित करते हुए विनोद सांगा ने कहा कि अपनी बहाली की आस में लगभग दो वर्षो से धरने पर बैठे बर्खास्त शिक्षकों को बहाल ना करके प्रदेश सरकार स्कूली स्तर के खिलाड़ियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है। वे प्रदेश सरकार से मांग करते है कि प्रदेश सरकार बर्खास्त शिक्षकों को बहाल कर खिलाडिय़ों के भविष्य के साथ खिलवाड़ ना करें। बर्खास्त शिक्षक आर्थिक तंगी व बेरोजगारी की मार झेलते हुए दयनीय स्थिति में पहुंच चुके है, लेकिन प्रदेश के मुखिया इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहे। उन्होंने कहा कि बर्खास्त पीटीआइ ने चार जनवरी के किसान सम्मान समारोह, नौ जनवरी को शिक्षा मंत्री आवास का घेराव तथा 23 जनवरी को मुख्यमंत्री आवास के घेराव को लेकर सभी तैयारियां कर ली है। रविवार को क्रमिक अनशन पर मीनू रानी, मुन्नी देवी, सरिता देवी, मीनाक्षी रही।इस अवसर पर जरनैल सिंह, विनोद पिकू, दिलबाग जांगड़ा, सुदेश कुमारी, सतीश कुमार, सोमबीर ढ़ाणा नरसान, रामबीर तिगड़ाना, हरीश गोच्छी, जयपाल ढ़ाणीमाहु, अधिवक्ता संजय अग्रवाल, परमहंस चौपड़ा, अशोक कटारिया, अनिल तंवर, प्रमोद, दीपक हांसी, मनोज वैद, अमरनाथ धनाना, पवन टिटानी आदि मौजूद रहे।