सरकारी स्कूलों से 3581 सरप्लस अतिथि अध्यापकों को हटाने के बाद अब सरकार करीब 12 हजार अतिथि अध्यापकों पर गाज गिराने की तैयारी में है। जल्द ही सरकार इन अतिथि अध्यापकों को सरप्लस दिखाकर बाहर का रास्ता दिखाएगी।
सूत्रों की मानें तो शिक्षा निदेशालय ने अतिथि अध्यापकों की सूची तैयार करने का काम शुरू कर दिया है। ग्रीष्मकालीन अवकाश से पहले सभी अतिथि जेबीटी, मास्टर, और लेक्चरर्स को भी घर भेज दिया जाएगा।
दरअसल, प्रदेश के सरकारी स्कूलों में लगभग 12 हजार अतिथि अध्यापक सेवाएं दे रहे हैं। फरीदाबाद जिले में ऐसे अध्यापकों की संख्या 734 है। इनमें से 93 अध्यापकों को सरकार ने 1 अप्रैल को स्कूल से बाहर का रास्ता दिखा दिया। अब सरकार का निशाना बाकी बचे अध्यापक हैं।
शंका जताई जा रही है कि 12 हजार अतिथि अध्यापकों को हटाने के लिए भी सरकार एक बार फिर सरप्लस का सहारा लेगी। हालांकि, छुट्टी करने से पहले सरकार अध्यापकों को नई सौगात भी देगी। इसमें बड़ा कदम 20 हजार से ज्यादा अध्यापकों को एक साथ पदोन्नत करना है। इसके अलावा 9455 जेबीटी को नियुक्ति देना है। पदोन्नत और नियुक्ति के बाद गेस्ट जेबीटी, मास्टर और लेक्चरर का नंबर आएगा।
20 हजार सरकारी शिक्षकों को लेक्चरर पदोन्नत कर सरकार स्कूलों में सेवारत लगभग 2700 अतिथि लेक्चरर की छुट्टी करेगी। वहीं, 9455 नव चयनित जेबीटी को 27 अप्रैल तक नियुक्ति कराकर 6500 अतिथि जेबीटी पर गाज गिरना तय है। इसके अलावा 700 संस्कृत मास्टर को भी जेबीटी के पदोन्नति के कारण नौकरी गंवानी पड़ेगी।
अध्यापक रणनीति बनाने में जुटे
अतिथि अध्यापकों को भी निदेशालय के इस कदम की भनक लग गई है। जेबीटी और लेक्चरर को हटाने के मद्देनजर अतिथि अध्यापकों ने अगली रणनीति बनानी शुरू कर दी है। हरियाणा अतिथि अध्यापक संघ के जिलाध्यक्ष रघुनाथ शास्त्री का कहना है कि सरकार उनके साथ ज्यादती कर रही है। चुनाव घोषणा पत्र में नियमित करने का वादा कर सरकार नई भर्ती व पदोन्नति के नाम पर अतिथि अध्यापकों को हटाने का मन बना रही है। इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। अतिथि अध्यापक जल्द ही बड़ा कदम उठाएंगे।
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सूत्रों की मानें तो शिक्षा निदेशालय ने अतिथि अध्यापकों की सूची तैयार करने का काम शुरू कर दिया है। ग्रीष्मकालीन अवकाश से पहले सभी अतिथि जेबीटी, मास्टर, और लेक्चरर्स को भी घर भेज दिया जाएगा।
दरअसल, प्रदेश के सरकारी स्कूलों में लगभग 12 हजार अतिथि अध्यापक सेवाएं दे रहे हैं। फरीदाबाद जिले में ऐसे अध्यापकों की संख्या 734 है। इनमें से 93 अध्यापकों को सरकार ने 1 अप्रैल को स्कूल से बाहर का रास्ता दिखा दिया। अब सरकार का निशाना बाकी बचे अध्यापक हैं।
शंका जताई जा रही है कि 12 हजार अतिथि अध्यापकों को हटाने के लिए भी सरकार एक बार फिर सरप्लस का सहारा लेगी। हालांकि, छुट्टी करने से पहले सरकार अध्यापकों को नई सौगात भी देगी। इसमें बड़ा कदम 20 हजार से ज्यादा अध्यापकों को एक साथ पदोन्नत करना है। इसके अलावा 9455 जेबीटी को नियुक्ति देना है। पदोन्नत और नियुक्ति के बाद गेस्ट जेबीटी, मास्टर और लेक्चरर का नंबर आएगा।
20 हजार सरकारी शिक्षकों को लेक्चरर पदोन्नत कर सरकार स्कूलों में सेवारत लगभग 2700 अतिथि लेक्चरर की छुट्टी करेगी। वहीं, 9455 नव चयनित जेबीटी को 27 अप्रैल तक नियुक्ति कराकर 6500 अतिथि जेबीटी पर गाज गिरना तय है। इसके अलावा 700 संस्कृत मास्टर को भी जेबीटी के पदोन्नति के कारण नौकरी गंवानी पड़ेगी।
अध्यापक रणनीति बनाने में जुटे
अतिथि अध्यापकों को भी निदेशालय के इस कदम की भनक लग गई है। जेबीटी और लेक्चरर को हटाने के मद्देनजर अतिथि अध्यापकों ने अगली रणनीति बनानी शुरू कर दी है। हरियाणा अतिथि अध्यापक संघ के जिलाध्यक्ष रघुनाथ शास्त्री का कहना है कि सरकार उनके साथ ज्यादती कर रही है। चुनाव घोषणा पत्र में नियमित करने का वादा कर सरकार नई भर्ती व पदोन्नति के नाम पर अतिथि अध्यापकों को हटाने का मन बना रही है। इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। अतिथि अध्यापक जल्द ही बड़ा कदम उठाएंगे।
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