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पंचकूला के स्कूलों में जब टीचर हैं नहीं, कैसे आएगा रिजल्ट

हरियाणा स्कूल एजूकेशन बोर्ड द्वारा घोषित परीक्षा परिणामों में पंचूकला के फिसड्डी होने की प्रमुख वजह स्कूलों में टीचरों का अभाव है। छात्र तो पढ़ना चाहते हैं पर क्या करें स्टाफ की कमी के कारण मोरनी और रायपुररानी के साथ बरवाला के स्कूलों का हाल भी एकदम बेहाल हो चुका है।
पंचकूला में कुल 418 सरकारी और 126 प्राइवेट स्कूल हैं। सरकारी स्कूल के हालत ज्यादा खराब हैं। मोरनी कोटी स्कूल और टिक्कर स्टाफ कम है। बालद्वाला में अंग्रेजी और मांधना में गणित का स्टाफ नहीं है। पिंजौर ब्लाक, रायपुररानी और बरवाला के स्कूलों में भी स्टाफ कम है।

हरियाणा शिक्षा विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि जिले में साइंस और गणित के टीचर्स की सबसे ज्यादा कमी है। इसका प्रमुख कारण है कि साइंस टीचर्स की भर्ती पांच वर्ष पहले की गई थी। पंचकूला जिले में लेक्चरार की पोस्ट 517 हैं और गेस्ट टीचर्स 31, प्रिंसिपल की संख्या 32 है। बरवाला की बीईओ सुनीता नैन ने कहा कि कामिनी, बिल्ला, बुंगा, खेतपुराली के स्कूलों में चार साल से साइंस के अध्यापक नहीं हैं।


विषय के अनुसार सेंक्शन पोस्ट 
बायोलाजी 25
केमिस्ट्री 36
कामर्स 34
कंप्यूटर 11
इकोनामिक्स 37
अंग्रेजी 104
जियोग्राफी 14
हिंदी 87
इतिहास 41
होमसाइंस-19
गणित 72
म्यूजिक 15
फिजिक्स 39
राजनीतिशास्त्र 42
साइकोलाजी 9
पंजाबी 44
संस्कृत 48
सोसोलाजी 12

कोट्स
पंचकूला के स्कूलों का रिजल्ट कैसे कम हुआ। इसकी समीक्षा की जाएगी। जहां कमी पाई जाएगी उसको सुधारा जाएगा। रिजल्ट को सुधारने की पूरी कोशिश की जाएगी।
ईश्वर सिंह मान, डिप्टी डीईओ शिक्षा विभागSponsored link :
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