हरीश कोचर, अंबाला शिक्षा विभाग में कुछ दिन पूर्व पीजीटी शिक्षकों के करीब 10 हजार
आनलाइन तबादले किए गए। इस बार शनिवार को विभाग की ओर से हेड और
जेबीटी-पीआरटी शिक्षकों के तबादले किए गए। लेकिन इन तबादलों में 2078
शिक्षकों के तबादलों पर ड्राइंग एंड डिस्वर्सिंग अधिकारी (डीडीओ) ने रोक
लगा दी।
इनमें 1078 शिक्षक ऐसे है जिन्होंने आनलाइन आवेदन करने के दौरान स्टेशन ही नहीं भरा, जबकि 1000 शिक्षक ऐसे है जिनकी प्रोफाइल को डीडीओ ने आवेदन करने के लिए ही अप्रूव्ड नहीं किया। ऐसे में अप्रूव्ड नहीं होने के कारण एमआइएस पोर्टल ने इन शिक्षकों के तबादले ही नहीं किए। जबकि कुल 22909 में से 20871 शिक्षकों के ही तबादले हो सके। वहीं इन तबादलों में सबसे अधिक फायदा महिला शिक्षकों को मिला जिन्हें पुरुष शिक्षकों से 10 नंबर मेरिट में अधिक दिए गए।
दरअसल शिक्षकों के तबादलों में पहले मंत्री, विधायक या अफसरों से सिफारिश लगवाकर या फिर रिश्वत देकर तबादले होते थे। लेकिन मौजूदा हरियाणा सरकार ने तबादलों की इस दशकों पुरानी नीति को बदलकर आनलाइन तबादला नीति शुरू की थी। आनलाइन प्रक्रिया के तहत पहले चरण में प्रदेशभर के केवल पीजीटी शिक्षकों का तबादला किया गया था। लेकिन दूसरे चरण में निदेशालय की ओर से हेड व जेबीटी-पीआरटी शिक्षकों के आनलाइन आवेदन मांगे गए थे। ऐसे में आवेदन करने के दौरान किसी भी एक जोन में पांच साल तक सेवाएं दे चुके शिक्षकों को दूसरे जोन के स्कूल में उसी विषय के पद के लिए आवेदन करना
था। लेकिन इस बार प्रदेशभर के अलग-अलग जिलों से 1078 शिक्षकों ने किसी भी स्टेशन का नाम नहीं भरा। जबकि शिक्षकों को दूसरे जोन के मनपंसद पांच स्कूलों का नाम भरना था। वहीं इसके अलावा आवेदन करने से पहले शिक्षकों को अपने डीडीओ से अपनी सर्विस प्रोफाइल अप्रूव्ड करवानी थी ताकि उसका तबादला किया जा सके। लेकिन 1000 शिक्षक ऐसे थे जिन्हें प्रोफाइल को डीडीओ ने अप्रूव्ड ही नहीं किया जबकि वह कर सकते थे। ऐसे में आनलाइन तबादलों के दौरान इन 2078 शिक्षकों के तबादले नहीं हो सके।
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1512 अंतर जिला हो चुके तबादले
आनलाइन तबादलों से पहले सरकार की एक नीति के तहत अलग-अलग जिलों से करीब 1512 जेबीटी और हेड शिक्षक अपना तबादला पहले ही करवा चुके थे। ऐसे में आनलाइन प्रक्रिया के तहत इन शिक्षकों को तबादला सूची से बाहर किया गया ताकि इनका तबादला न हो जाए। यह तबादले अंतर जिलों में किए गए है जिसमें शिक्षकों को किसी दूसरे जिले में जाने पर मनपंसद स्टेशन अलॉट किया जाता हैं।
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मेरिट में महिलाओं को मिला फायदा
विभाग की ओर से जो तबादले किए गए है वह मेरिट के आधार पर किए गए है। तबादलों के लिए कुल 78 अंक रखे गए थे जिसमें उम्र मुताबिक, महिलाओं को 10, रिजल्ट और किसी रोग से पीड़ित होने पर 10 अंक मिलने थे। जबकि पुरुषों
को महिलाओं से 10 अंक मिले। ऐसे में 78 नंबरों में अधिकतर मेरिट महिलाओं की रही।
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कर दिए गए हैं तबादले
जिन शिक्षकों ने आनलाइन तबादलों के लिए आवेदन किया था उनके तबादले कर दिए गए है। जिन शिक्षकों ने स्टेशन नहीं भरे थे और जिनकी प्रोफाइल डीडीओ से अप्रूव्ड नहीं थी उनके तबादले रोक दिए गए है।
विरेंद्र कुमार दहिया, अतिरिक्त निदेशक प्रशासन, शिक्षा विभाग।
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इनमें 1078 शिक्षक ऐसे है जिन्होंने आनलाइन आवेदन करने के दौरान स्टेशन ही नहीं भरा, जबकि 1000 शिक्षक ऐसे है जिनकी प्रोफाइल को डीडीओ ने आवेदन करने के लिए ही अप्रूव्ड नहीं किया। ऐसे में अप्रूव्ड नहीं होने के कारण एमआइएस पोर्टल ने इन शिक्षकों के तबादले ही नहीं किए। जबकि कुल 22909 में से 20871 शिक्षकों के ही तबादले हो सके। वहीं इन तबादलों में सबसे अधिक फायदा महिला शिक्षकों को मिला जिन्हें पुरुष शिक्षकों से 10 नंबर मेरिट में अधिक दिए गए।
दरअसल शिक्षकों के तबादलों में पहले मंत्री, विधायक या अफसरों से सिफारिश लगवाकर या फिर रिश्वत देकर तबादले होते थे। लेकिन मौजूदा हरियाणा सरकार ने तबादलों की इस दशकों पुरानी नीति को बदलकर आनलाइन तबादला नीति शुरू की थी। आनलाइन प्रक्रिया के तहत पहले चरण में प्रदेशभर के केवल पीजीटी शिक्षकों का तबादला किया गया था। लेकिन दूसरे चरण में निदेशालय की ओर से हेड व जेबीटी-पीआरटी शिक्षकों के आनलाइन आवेदन मांगे गए थे। ऐसे में आवेदन करने के दौरान किसी भी एक जोन में पांच साल तक सेवाएं दे चुके शिक्षकों को दूसरे जोन के स्कूल में उसी विषय के पद के लिए आवेदन करना
था। लेकिन इस बार प्रदेशभर के अलग-अलग जिलों से 1078 शिक्षकों ने किसी भी स्टेशन का नाम नहीं भरा। जबकि शिक्षकों को दूसरे जोन के मनपंसद पांच स्कूलों का नाम भरना था। वहीं इसके अलावा आवेदन करने से पहले शिक्षकों को अपने डीडीओ से अपनी सर्विस प्रोफाइल अप्रूव्ड करवानी थी ताकि उसका तबादला किया जा सके। लेकिन 1000 शिक्षक ऐसे थे जिन्हें प्रोफाइल को डीडीओ ने अप्रूव्ड ही नहीं किया जबकि वह कर सकते थे। ऐसे में आनलाइन तबादलों के दौरान इन 2078 शिक्षकों के तबादले नहीं हो सके।
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1512 अंतर जिला हो चुके तबादले
आनलाइन तबादलों से पहले सरकार की एक नीति के तहत अलग-अलग जिलों से करीब 1512 जेबीटी और हेड शिक्षक अपना तबादला पहले ही करवा चुके थे। ऐसे में आनलाइन प्रक्रिया के तहत इन शिक्षकों को तबादला सूची से बाहर किया गया ताकि इनका तबादला न हो जाए। यह तबादले अंतर जिलों में किए गए है जिसमें शिक्षकों को किसी दूसरे जिले में जाने पर मनपंसद स्टेशन अलॉट किया जाता हैं।
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मेरिट में महिलाओं को मिला फायदा
विभाग की ओर से जो तबादले किए गए है वह मेरिट के आधार पर किए गए है। तबादलों के लिए कुल 78 अंक रखे गए थे जिसमें उम्र मुताबिक, महिलाओं को 10, रिजल्ट और किसी रोग से पीड़ित होने पर 10 अंक मिलने थे। जबकि पुरुषों
को महिलाओं से 10 अंक मिले। ऐसे में 78 नंबरों में अधिकतर मेरिट महिलाओं की रही।
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कर दिए गए हैं तबादले
जिन शिक्षकों ने आनलाइन तबादलों के लिए आवेदन किया था उनके तबादले कर दिए गए है। जिन शिक्षकों ने स्टेशन नहीं भरे थे और जिनकी प्रोफाइल डीडीओ से अप्रूव्ड नहीं थी उनके तबादले रोक दिए गए है।
विरेंद्र कुमार दहिया, अतिरिक्त निदेशक प्रशासन, शिक्षा विभाग।
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