जिलेके दूसरे खंडों की तरह फतेहाबाद खंड के सरकारी स्कूलों के परिणाम ने
सरकारी अध्यापकों की मेहनत और मोटिवेशन की पोल खोलकर रख दी। हालांकि कुछ एक
स्कूलों को छोड़कर पूरे ब्लॉक में 12वीं कक्षा का परिणाम 10वीं कक्षा से
बेहतर आया है।
बड़ी बात तो यह है कि जहां अध्यापकों की कमी नहीं है, वहां के स्कूलों का भी खराब परिणाम आया है। पूरे फतेहाबाद खंड में 10वीं कक्षा में 56 फीसदी बच्चे पास हुए हैं और 12वीं में 67 फीसदी बच्चे पास हुए हैं। फतेहाबाद ब्लॉक के 41 स्कूलों में से 29 स्कूलों में 10वीं का परिणाम 50 फीसदी का आंकड़ा छू नहीं पाया। इसी तरह सालभर पढ़ने के बाद भी 4 स्कूलों में तो 20 फीसदी बच्चे भी पास नहीं हुए। ऐसे में अब शिक्षा विभाग इन स्कूलों की सूची तैयार करके उनके खिलाफ कार्रवाई के लिए निदेशालय को लिखेगा।
इनस्कूलों का निगेटिव रिजल्ट
हरियाणाविद्यालय शिक्षा बोर्ड ने इस साल 10वीं कक्षा का बोर्ड परिणाम 50.49 घोषित किया है। लेकिन फतेहाबाद खंड के कुल 41 स्कूलों में से 30 स्कूलों का निगेटिव रिजल्ट आया है। स्कूलों के परिणाम ने सबको हैरानी में डाल दिया। इनका परिणाम बोर्ड रिजल्ट से भी काफी कम है। इनमें जीजीएचएसबस्ती भीमा, जीजीएचएस एमपी रोही, जीजीएचएस बडोपल, जीएसएसएस बीघड़, जीजीएसएसएस फतेहाबाद, जीएचएस भडौलावाली, जीएसएसएस हिज रावां खुर्द, जीएसएसएस भिरडाना, जीएचएस कुम्हारिया, जीएचएस मताना, जीएचएस भट्टू खुर्द, जीएचएस खैरातीखेड़ा, जीएचएस भोडियाखेड़ा, जीएचएस करनौली, आरोही स्कूल बनगांव, जीएचएस ढाणी ईस्सर, जीएचएस मानावाली, जीएचएस अयाल्की, जीजीएचएस बीघड़, जीजीएचएस धांगड़, जीएसएसएस फतेहाबाद, जीएसएसएस धांगड़, जीएचएस खाराखेड़ी शामिल है।
डीईओ दयानंद सिहाग ने बताया कि फिलहाल बनमंदोरी के जेबीटी अध्यापक नवीन कुमार ढाणी ठोबा के चुतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के स्कूल में शराब पीकर नहीं आने की रिपोर्ट अभी उनके पास नहीं आई है। यदि िरपोर्ट में दोनों को क्लीन चिट मिली है तो आरोप लगाने वाली एसक्यूआईपी टीम के सदस्यों जांच कमेटी से भी पूछताछ करेंगे।
एडीसी के निर्देशों पर काम करती है टीम
सरकारीस्कूलों में विद्यार्थियों के शैक्षणिक स्तर की परखने के लिए एडीसी डॉ. जेके आभीर ने विद्यार्थी गुणवत्ता संवर्धन टीम गठित की थी। इस टीम में ओडीएफ टीम के सदस्य लेक्चरर को शामिल किया था। यह टीमें जिले विभिन्न सरकारी स्कूलों में जाकर विद्यार्थियों से रूबरू होती थी और सवाल-जवाब करके उनके बेसिक ज्ञान को परखती थी। निरीक्षण के बाद टीम अपनी रिपोर्ट एडीसी को देती थी।
एसक्यूआईपी के सदस्य बलदेव सिहाग ने बताया कि उसके पास वीडियो है जिसमें जेबीटी नवीन कुमार के स्टाफ के ही उसे शराबी बता रहे है। मैनें किसी को झूठी सूचना नहीं दी।
शिक्षा विभाग के अिधकारियों ने राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय नागपुर के प्रिंसिपल विजय कुमार राजकीय मिडल स्कूल गिलांखेड़ा के हेड मास्टर सुखविंद्र सिंह की जांच कमेटी बनाई। जांच कमेटी ने स्कूल में जाकर सरपंच, एसएमसी स्टाफ सदस्यों के बयान दर्ज किए। जांच में पता चला कि चुतुर्थ श्रेणी कर्मचारी की जाड़ दर्द थी और उसने दवाई ली हुई थी। शराब पीकर आने वाली कोई बात सामने नहीं आई। इसलिए जांच कमेटी ने चुतुर्थ श्रेणी कर्मचारी क्लीन चिट दे दी।
निरीक्षण टीम ने दी थी शिकायत
विद्यार्थीगुणवत्ता संवर्धन टीम की टीम तीन दिन पहले ढाणी बनमंदोरी के राजकीय प्राथमिक पाठशाला में निरीक्षण के लिए गई थी। इस दौरान टीम ने एक जेबीटी के नशे में होने की सूचना प्रशासन को दी थी। यह सूचना एडीसी जेके आभीर डीईईओ संगीता बिश्नोई को दी थी। इस रिपोर्ट में बताया गया था कि स्कूल का एक जेबीटी टीचर नवीन कुमार स्कूल में नशा करके आया हुआ था। बाकायदा टीम ने यह भी रिपोर्ट दी थी कि मेडिकल कराने की बात कहने पर वह वह टीचर मौके से भाग गया था। वहीं यह भी कहा गया था कि जेबीटी टीचर नशे करने बारे पूछने पर उसने कहा था कि मैं रोज एक बोतल पीता हूं, कल रात कुछ ज्यादा हो गई। यह सारा वाक्या 30 मई का था। यह मामला सामने आया तो डीईईओ संगीता बिश्नोई ने मामले की जांच की निर्णय लेते हुए जांच कमेटी बनाई। अब जांच कमेटी ने स्कूल में पहुंचकर एसएमसी, स्टाफ सरपंच के लिखित बयान लिए और जिसके आधार पर जांच कमेटी ने जेबीटी टीचर को क्लीन चिट दे दी है। हालांकि जेबीटी के नशे में होने की बात कहने वाले टीम के सदस्य ने साफ कहा कि उनके पास वीडियो है। जिसमें आरोपी जेबीटी टीचर के स्टाफ कर्मचारी खुद उसे नशे में बता रहे है।
गांव नागपुर के राजकीय स्कूल का परिणाम भी संतोषजनक रहा है। यहां 12वीं कक्षा के कुल 116 में से 63 बच्चे ही पास हो पाए और 53 बच्चे फेल हो गए। ज्यादातर बच्चे तो सरपंच द्वारा पढ़ाए गए सब्जेक्ट अंग्रेजी में ही फेल हुए। गांव की महिला सरपंच ने मुहिम चला सरकारी स्कूल के बच्चों को पढ़ाया था। इसके अलावा इसी स्कूल का 10वीं का परिणाम भी बेहद खराब रहा है। 90 में से 35.55 फीसदी परिणाम के साथ 32 बच्चे ही पास हुए हंै।
डीईओ दयानंद सिहाग ने बताया कि 10वीं 12वीं के बोर्ड परिणाम में जिन स्कूलों का निगेटिव रिजल्ट आया है। उनके प्रिंसिपल से खराब रिजल्ट के लिए स्पष्टीकरण मांगा जाएगा। संतुष्ट होने पर शिक्षा निदेशालय को विभागीय कार्रवाई के लिए लिखा जाएगा।
इन स्कूलों में 10वींकक्षाका परीक्षा परिणाम सबसे खराब
स्कूलपास फीसदी
{जीएचएसधारनियां 15.62
{जीएचएसबरसीन 16.67
{जीजीएचएसभोडियाखेड़ा 16.67
{जीएसएसएसबनगांव 17.5
{जीएचएसढाणी ठोबा 20
12वीं में 32.27फीसदीफेल
फतेहाबादखंड के 16 सीनियर सेकंडरी स्कूलों में 12वीं कक्षा के 1193 में से 808 विद्यार्थी ही पास हुए है। 32.27 फीसदी बच्चे फेल हुए हंै। बोर्ड ने 12वीं कक्षा में खुद का 64.5 फीसदी का परिणाम घोषित किया है।
यह सामने आया जांच में
1.डीईईओने भट्टूकलां के बीईओ को मामले की निष्पक्ष जांच कर रिपोर्ट देने के आदेश दिए थे। शिक्षा विभाग ने गांव पीलीमंदोरी के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय के प्रिंसीपल मदन मलिक जांडवाला बागड़ के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय के प्रिंसीपल की जांच कमेटी बनाकर अगले दिन बनमंदोरी की प्राथमिक पाठशाला में भेजा। जांच कमेटी ने स्कूल मैनेजमेंट कमेटी के सदस्यों, स्टाफ प्रिंसीपल के लिखित में बयान दर्ज किए। एसएमसी ने अपने बयान में बताया कि जेबीटी नवीन कुमार कभी शराब पीकर स्कूल में नही आया। इसी तरह स्टाफ ने भी अपने लिखित बयान में कहा कि उन्होंने जेबीटी अध्यापक नवीन कुमार को हमेशा स्कूल में सामान्य स्थिति में ही पाया है। शराब पीने वाली कोई बात नहीं है। लिखित बयान के बाद जांच कमेटी ने अपनी रिपोर्ट में जेबीटी अध्यापक नवीन कुमार को क्लीन चिट दे दी।
2.दूसरामामला ढाणी ठोबा से जुड़ा है। करीब डेढ़ माह पूर्व एसक्यूआईपी टीम ने गांव ढाणी ठोबा के राजकीय मिडल स्कूल का निरीक्षण करने के दौरान चुतुर्थ कर्मचारी पर शराब पीकर स्कूल में आने का आरोप लगाया था।
बड़ी बात तो यह है कि जहां अध्यापकों की कमी नहीं है, वहां के स्कूलों का भी खराब परिणाम आया है। पूरे फतेहाबाद खंड में 10वीं कक्षा में 56 फीसदी बच्चे पास हुए हैं और 12वीं में 67 फीसदी बच्चे पास हुए हैं। फतेहाबाद ब्लॉक के 41 स्कूलों में से 29 स्कूलों में 10वीं का परिणाम 50 फीसदी का आंकड़ा छू नहीं पाया। इसी तरह सालभर पढ़ने के बाद भी 4 स्कूलों में तो 20 फीसदी बच्चे भी पास नहीं हुए। ऐसे में अब शिक्षा विभाग इन स्कूलों की सूची तैयार करके उनके खिलाफ कार्रवाई के लिए निदेशालय को लिखेगा।
इनस्कूलों का निगेटिव रिजल्ट
हरियाणाविद्यालय शिक्षा बोर्ड ने इस साल 10वीं कक्षा का बोर्ड परिणाम 50.49 घोषित किया है। लेकिन फतेहाबाद खंड के कुल 41 स्कूलों में से 30 स्कूलों का निगेटिव रिजल्ट आया है। स्कूलों के परिणाम ने सबको हैरानी में डाल दिया। इनका परिणाम बोर्ड रिजल्ट से भी काफी कम है। इनमें जीजीएचएसबस्ती भीमा, जीजीएचएस एमपी रोही, जीजीएचएस बडोपल, जीएसएसएस बीघड़, जीजीएसएसएस फतेहाबाद, जीएचएस भडौलावाली, जीएसएसएस हिज रावां खुर्द, जीएसएसएस भिरडाना, जीएचएस कुम्हारिया, जीएचएस मताना, जीएचएस भट्टू खुर्द, जीएचएस खैरातीखेड़ा, जीएचएस भोडियाखेड़ा, जीएचएस करनौली, आरोही स्कूल बनगांव, जीएचएस ढाणी ईस्सर, जीएचएस मानावाली, जीएचएस अयाल्की, जीजीएचएस बीघड़, जीजीएचएस धांगड़, जीएसएसएस फतेहाबाद, जीएसएसएस धांगड़, जीएचएस खाराखेड़ी शामिल है।
डीईओ दयानंद सिहाग ने बताया कि फिलहाल बनमंदोरी के जेबीटी अध्यापक नवीन कुमार ढाणी ठोबा के चुतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के स्कूल में शराब पीकर नहीं आने की रिपोर्ट अभी उनके पास नहीं आई है। यदि िरपोर्ट में दोनों को क्लीन चिट मिली है तो आरोप लगाने वाली एसक्यूआईपी टीम के सदस्यों जांच कमेटी से भी पूछताछ करेंगे।
एडीसी के निर्देशों पर काम करती है टीम
सरकारीस्कूलों में विद्यार्थियों के शैक्षणिक स्तर की परखने के लिए एडीसी डॉ. जेके आभीर ने विद्यार्थी गुणवत्ता संवर्धन टीम गठित की थी। इस टीम में ओडीएफ टीम के सदस्य लेक्चरर को शामिल किया था। यह टीमें जिले विभिन्न सरकारी स्कूलों में जाकर विद्यार्थियों से रूबरू होती थी और सवाल-जवाब करके उनके बेसिक ज्ञान को परखती थी। निरीक्षण के बाद टीम अपनी रिपोर्ट एडीसी को देती थी।
एसक्यूआईपी के सदस्य बलदेव सिहाग ने बताया कि उसके पास वीडियो है जिसमें जेबीटी नवीन कुमार के स्टाफ के ही उसे शराबी बता रहे है। मैनें किसी को झूठी सूचना नहीं दी।
शिक्षा विभाग के अिधकारियों ने राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय नागपुर के प्रिंसिपल विजय कुमार राजकीय मिडल स्कूल गिलांखेड़ा के हेड मास्टर सुखविंद्र सिंह की जांच कमेटी बनाई। जांच कमेटी ने स्कूल में जाकर सरपंच, एसएमसी स्टाफ सदस्यों के बयान दर्ज किए। जांच में पता चला कि चुतुर्थ श्रेणी कर्मचारी की जाड़ दर्द थी और उसने दवाई ली हुई थी। शराब पीकर आने वाली कोई बात सामने नहीं आई। इसलिए जांच कमेटी ने चुतुर्थ श्रेणी कर्मचारी क्लीन चिट दे दी।
निरीक्षण टीम ने दी थी शिकायत
विद्यार्थीगुणवत्ता संवर्धन टीम की टीम तीन दिन पहले ढाणी बनमंदोरी के राजकीय प्राथमिक पाठशाला में निरीक्षण के लिए गई थी। इस दौरान टीम ने एक जेबीटी के नशे में होने की सूचना प्रशासन को दी थी। यह सूचना एडीसी जेके आभीर डीईईओ संगीता बिश्नोई को दी थी। इस रिपोर्ट में बताया गया था कि स्कूल का एक जेबीटी टीचर नवीन कुमार स्कूल में नशा करके आया हुआ था। बाकायदा टीम ने यह भी रिपोर्ट दी थी कि मेडिकल कराने की बात कहने पर वह वह टीचर मौके से भाग गया था। वहीं यह भी कहा गया था कि जेबीटी टीचर नशे करने बारे पूछने पर उसने कहा था कि मैं रोज एक बोतल पीता हूं, कल रात कुछ ज्यादा हो गई। यह सारा वाक्या 30 मई का था। यह मामला सामने आया तो डीईईओ संगीता बिश्नोई ने मामले की जांच की निर्णय लेते हुए जांच कमेटी बनाई। अब जांच कमेटी ने स्कूल में पहुंचकर एसएमसी, स्टाफ सरपंच के लिखित बयान लिए और जिसके आधार पर जांच कमेटी ने जेबीटी टीचर को क्लीन चिट दे दी है। हालांकि जेबीटी के नशे में होने की बात कहने वाले टीम के सदस्य ने साफ कहा कि उनके पास वीडियो है। जिसमें आरोपी जेबीटी टीचर के स्टाफ कर्मचारी खुद उसे नशे में बता रहे है।
गांव नागपुर के राजकीय स्कूल का परिणाम भी संतोषजनक रहा है। यहां 12वीं कक्षा के कुल 116 में से 63 बच्चे ही पास हो पाए और 53 बच्चे फेल हो गए। ज्यादातर बच्चे तो सरपंच द्वारा पढ़ाए गए सब्जेक्ट अंग्रेजी में ही फेल हुए। गांव की महिला सरपंच ने मुहिम चला सरकारी स्कूल के बच्चों को पढ़ाया था। इसके अलावा इसी स्कूल का 10वीं का परिणाम भी बेहद खराब रहा है। 90 में से 35.55 फीसदी परिणाम के साथ 32 बच्चे ही पास हुए हंै।
डीईओ दयानंद सिहाग ने बताया कि 10वीं 12वीं के बोर्ड परिणाम में जिन स्कूलों का निगेटिव रिजल्ट आया है। उनके प्रिंसिपल से खराब रिजल्ट के लिए स्पष्टीकरण मांगा जाएगा। संतुष्ट होने पर शिक्षा निदेशालय को विभागीय कार्रवाई के लिए लिखा जाएगा।
इन स्कूलों में 10वींकक्षाका परीक्षा परिणाम सबसे खराब
स्कूलपास फीसदी
{जीएचएसधारनियां 15.62
{जीएचएसबरसीन 16.67
{जीजीएचएसभोडियाखेड़ा 16.67
{जीएसएसएसबनगांव 17.5
{जीएचएसढाणी ठोबा 20
12वीं में 32.27फीसदीफेल
फतेहाबादखंड के 16 सीनियर सेकंडरी स्कूलों में 12वीं कक्षा के 1193 में से 808 विद्यार्थी ही पास हुए है। 32.27 फीसदी बच्चे फेल हुए हंै। बोर्ड ने 12वीं कक्षा में खुद का 64.5 फीसदी का परिणाम घोषित किया है।
यह सामने आया जांच में
1.डीईईओने भट्टूकलां के बीईओ को मामले की निष्पक्ष जांच कर रिपोर्ट देने के आदेश दिए थे। शिक्षा विभाग ने गांव पीलीमंदोरी के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय के प्रिंसीपल मदन मलिक जांडवाला बागड़ के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय के प्रिंसीपल की जांच कमेटी बनाकर अगले दिन बनमंदोरी की प्राथमिक पाठशाला में भेजा। जांच कमेटी ने स्कूल मैनेजमेंट कमेटी के सदस्यों, स्टाफ प्रिंसीपल के लिखित में बयान दर्ज किए। एसएमसी ने अपने बयान में बताया कि जेबीटी नवीन कुमार कभी शराब पीकर स्कूल में नही आया। इसी तरह स्टाफ ने भी अपने लिखित बयान में कहा कि उन्होंने जेबीटी अध्यापक नवीन कुमार को हमेशा स्कूल में सामान्य स्थिति में ही पाया है। शराब पीने वाली कोई बात नहीं है। लिखित बयान के बाद जांच कमेटी ने अपनी रिपोर्ट में जेबीटी अध्यापक नवीन कुमार को क्लीन चिट दे दी।
2.दूसरामामला ढाणी ठोबा से जुड़ा है। करीब डेढ़ माह पूर्व एसक्यूआईपी टीम ने गांव ढाणी ठोबा के राजकीय मिडल स्कूल का निरीक्षण करने के दौरान चुतुर्थ कर्मचारी पर शराब पीकर स्कूल में आने का आरोप लगाया था।